जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊपरी इलाकों में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच
रुक-रुक कर गोलीबारी हुई।
अधिकारियों ने कहा कि गोलीबारी उसी स्थान पर हुई जहां मंगलवार को हुई थी। मंगलवार को जिले के भाटा देसा इलाके के ऊपरी इलाकों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलियां चली थीं। जिसमें एक कैप्टन समेत चार सैनिक और एक स्थानीय पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
मंगलवार को हुए हमले के बाद आतंकवादियों की तलाश के लिए सघन जंगल वाले इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चल रहा है।
आतंकवादियों द्वारा किए गए इस कायराना हमले की व्यापक रूप से निंदा की गई है और सेना तथा पुलिस ने कहा है कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को मार गिराया जाएगा।
जम्मू संभाग के पुंछ, राजौरी, रियासी, कठुआ, रामबन तथा डोडा जिले पिछले दो महीनों से आतंकी हमलों के कारण चर्चा में हैं।
पिछले दो महीनों में जम्मू संभाग में करीब एक दर्जन आतंकवादी हमले हो चुके हैं।
सुरक्षा बलों तथा खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने इस घटनाक्रम को बहुत गंभीरता से लिया है।
खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि विदेशी आतंकवादियों का एक कट्टर, भारी हथियारों से लैस तथा प्रशिक्षित समूह (जिनमें अधिकतर पाकिस्तानी हैं), वर्तमान में जम्मू संभाग के घने जंगलों वाले इलाकों में सक्रिय आतंकवादी समूह के तौर पर हमलों को अंजाम दे रहा है।
एजेंसी के मुताबिक ये हिट-एंड-रन ऑपरेशन को अंजाम देते हैं तथा फिर निकट के जंगलों में गायब हो जाते हैं।
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Source : IANS