वेतन में देरी और छंटनी के बीच गंभीर नकदी संकट का सामना कर रही घरेलू त्वरित किराना डिलीवरी प्रदाता डंज़ो के सह-संस्थापक दलवीर सूरी ने कंपनी को अलविदा कह दिया है।
एनट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार, डंज़ो के सीईओ कबीर बिस्वास ने कहा कि डंज़ो में व्यवसाय में सूरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बिस्वास ने कहा, वह अब कुछ समय के लिए ब्रेक लेना चाहते हैं और डंज़ो के साथ 6 से ज्यादा साल बिताने के बाद, वह नई यात्राएं करने के लिए आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं।
यह कदम तब आया जब डंज़ो व्यवसाय के पुनर्गठन में संगठन-व्यापी बदलाव कर रहा है।
कंपनी ने अभी तक वित्तीय वर्ष 2023 के लिए अपनी वित्तीय स्थिति का खुलासा नहीं किया है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2012 में 54.3 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जबकि घाटा 464 करोड़ रुपये था।
इस बीच डंज़ो की रिलायंस इंडस्ट्रीज और गूगल जैसे मौजूदा समर्थकों के साथ-साथ नए निवेशकों से 35 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाने की संभावना है। कंपनी कथित तौर पर कम से कम 150-200 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है।
कई रिपोर्टों के अनुसार, डंज़ो अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 30-40 प्रतिशत की और कटौती कर सकता है।
कंपनी ने कथित तौर पर प्रभावित कर्मचारियों को सूचित किया है कि उन्हें जनवरी में अपना पूर्ण और अंतिम भुगतान प्राप्त होगा।
धन की कमी के कारण डंज़ो अपने कर्मचारियों के वेतन में देरी कर रहा है।
इसके सह-संस्थापक और सीईओ बिस्वास के अनुसार, स्टार्टअप लागत में कटौती के लिए कंपनी बेंगलुरु में अपना कार्यालय भी खाली कर सकती है।
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Source : IANS