वर्ष 2023 बाजारों के लिए एक शानदार वर्ष रहा है, फ्रंटलाइन सूचकांकों और व्यापक बाजारों दोनों के लिए। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ धीरज रेली कहते हैं, इसने एक बार फिर खुदरा/एचएनआई खरीद का प्रभाव दिखाया और जब एफपीआई भी खरीदार बन गए, तो पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं है।
उन्होंने कहा, 2024 में, हम उच्च आधार पर शुरुआत कर रहे हैं और इसलिए 2024 के अंत तक इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद करना मुश्किल हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, उच्च मूल्यांकन के बावजूद एफपीआई की खरीदारी और भारत को एक आकर्षक बाजार के रूप में स्थापित करने से हमारे बाजारों को साल के शुरुआती हिस्से में कुछ और लाभ दर्ज करने में मदद मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि बाद में चुनाव, दर में कटौती का समय और मात्रा तथा मूल्यांकन संबंधी चिंताओं के कारण हमें अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि खुदरा भारतीय वास्तव में जाग गया है और जब भी मैक्रोज़ अनुकूल होंगे, वह बाज़ार को आगे बढ़ाएगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार कहते हैं, जैसे-जैसे 2023 करीब आ रहा है, साल की रैली की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता व्यापक बाजार का तेज बेहतर प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा कि मिडकैप इंडेक्स लगभग 45 फीसदी ऊपर है और स्मॉल कैप इंडेक्स 55 फीसदी ऊपर है और निफ्टी लगभग 20 फीसदी की बढ़त के साथ काफी पीछे है।
उन्होंने कहा कि यह प्रवृत्ति 2024 में उलट होने की संभावना है, क्योंकि मिड और स्मॉल कैप का मूल्यांकन अधिक है और बड़े कैप का अपेक्षाकृत उचित मूल्य है।
उन्होंने कहा कि ऑटो, निर्माण और वित्तीय क्षेत्र 2024 में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। ऑटो चक्रीय पलटाव में हैं, हाल की तेजी के बाद भी वित्तीय को काफी महत्व दिया गया है और निर्माण से संबंधित क्षेत्रों की संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं। 2024 में भी पूंजीगत वस्तुओं का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
उन्होंने कहा कि जनवरी आम तौर पर बाजार के लिए एक खराब महीना होता है, जबकि तीसरी तिमाही के नतीजों और प्रबंधन टिप्पणियों पर बाजार की गहरी नजर रहेगी।
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Source : IANS