रूसी मीडिया ने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं के हवाले से बताया कि संघर्ष प्रभावित नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में ईंधन डिपो विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है। इस क्षेत्र पर पिछले हफ्ते अजरबैजान ने कब्जा कर लिया था।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने आरआईए नोवोस्ती रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कुल 170 शव और अवशेष पाए गए हैं। उन्हें फॉरेंसिक ब्यूरो को स्थानांतरित कर दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अवशेषों को डीएनए पहचान के लिए आर्मेनिया ले जाया जाएगा, बचाव अभियान जारी रहेगा। सोमवार को हुए विस्फोट का कारण अभी अज्ञात बना हुआ है।
यह दुखद घटना तब घटी जब कब्जे के बाद से हजारों जातीय अर्मेनियाई लोग विवादित क्षेत्र से अर्मेनिया में प्रवेश कर गए हैं।
नागोर्नो-काराबाख दक्षिण काकेशस में एक पहाड़ी क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अजरबैजान के हिस्से के रूप में मान्यता प्राप्त है, लेकिन तीन दशकों से जातीय अर्मेनियाई लोगों द्वारा नियंत्रित किया गया है।
इस एन्क्लेव को आर्मेनिया और उनके सहयोगी रूस द्वारा भी समर्थन दिया गया है, जिसके वर्षों से वहां सैकड़ों सैनिक हैं।
पिछले सप्ताह अजरबैजान की सेना के हमले में कम से कम 200 जातीय अर्मेनियाई और दर्जनों अजरबैजानी सैनिकों के साथ पांच रूसी शांति सैनिक मारे गए थे।
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Source : IANS