पश्चिम बंगाल में पहले से ही तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों द्वारा किए जाने वाले दैनिक रूट मार्च की रिपोर्ट भारत चुनाव आयोग (ईसीआई) को भेजी जा रही है।
प्रत्येक पुलिस स्टेशन संबंधित चुनाव कक्षों को रिपोर्ट भेज रहा है। वहां से उसे कोलकाता में मुख्य चुनाव अधिकारी को भेजा जाएगा, जो राष्ट्रीय राजधानी में ईसीआई के मुख्यालय को अपडेट देगा।
राज्य में सीएपीएफ की शीघ्र तैनाती का मूल उद्देश्य आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं के बीच विश्वास पैदा करना है।
पश्चिम बंगाल के लिए सीएपीएफ की 920 कंपनियां आवंटित की गई हैं। तृणमूल कांग्रेस ने इनकी जल्द तैनाती पर आपत्ति जताई है।
चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ईसीआई की एक टीम पहले से ही पश्चिम बंगाल में है।
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Source : IANS