सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि उनके अधिकारियों ने उत्तर 24 परगना में भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्रों के पास प्रतिबंधित ड्रग जब्त की है।
हालांकि, विभाग के अधिकारियों ने जब्ती की सही तारीख और समय नहीं बताया है। इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान उत्तर 24 परगना जिले के निवासी इयादुल शेख, मोशरफ हुसैन और हसन अली के रूप में की गई है।
इनके कब्जे से जो खेप जब्त की गई है, वह भारी मात्रा में ब्राउन-शुगर की है। इसकी ग्रे मार्केट में अनुमानित कीमत करीब 2.25 करोड़ होगी। सूत्रों ने कहा कि जब्त की गई खेप में एसिटिक एनहाइड्राइड है, जो शुद्ध गुणवत्ता के होते हैं और इसलिए इसकी कीमत ज्यादा है।
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने कबूल किया कि उनकी इस खेप को पड़ोसी देश बांग्लादेश में तस्करी करने की योजना थी।
जांच अधिकारियों का मानना है कि गिरफ्तार किए गए तीन लोग सीमा पार से ड्रग की तस्करी के एक बड़े रैकेट का महज एक हिस्सा हैं। रैकेट के पीछे के मुख्य मास्टरमाइंड की पहचान करने के लिए जांच जारी है।
हाल ही में, बंगाल में प्रतिबंधित ड्रग की एक बड़ी खेप की बरामदगी के बीच, पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के अधिकारियों को ऐसे ड्रग रैकेट के वित्तपोषण में विभिन्न पूर्वोत्तर क्षेत्र-आधारित विद्रोही समूहों की भागीदारी के पक्के सुराग मिले।
पुलिस के संदेह का आधार पिछले कुछ महीनों के दौरान जब्त किए गए ड्रग की उच्च गुणवत्ता है। राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, प्रतिबंधित नशीले पदार्थों (ड्रग) के ऐसे शुद्ध गुण उत्तर-पूर्वी भारत से चलने वाले रैकेटों के लिए विशिष्ट हैं।
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Source : IANS