पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के शालीमार स्टेशन के एक उप-निरीक्षक और एक ड्राइवर को प्रारंभिक जांच में मादक पदार्थों की तस्करी में उनकी संलिप्तता का पता चलने के बाद निलंबित कर दिया गया है, वही जीआरपी थाने से जुड़े तीन सिविक वालंटियर्स की सेवा समाप्त कर दी गई है।
मामले की जड़ एक तस्कर मोहम्मद रजा की गिरफ्तारी थी, जिसे सितंबर की शुरुआत में 159 बोतल नशीली दवा मिश्रित कफ सिरप के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया था।
पूछताछ के दौरान रजा ने रैकेट में सहयोगी के रूप में काम करने वाले तीन नागरिक स्वयंसेवकों में से एक का नाम लिया। इसके बाद सिविक वालंटियर ने सब-इंस्पेक्टर, ड्राइवर और अन्य सिविक वालंटियर्स का नाम लिया।
जीआरपी के एक अधिकारी ने कहा, “मामले में जिन पांच लोगों के नाम सामने आए, उनके खिलाफ गहन विभागीय जांच शुरू की गई। प्रारंभिक जांच से पता चला कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में प्रथमदृष्टया दम है, इसके बाद उप-निरीक्षक और चालक को निलंबित कर दिया गया और नागरिक स्वयंसेवकों को बर्खास्त कर दिया गया।”
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Source : IANS