कर्नाटक में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू किए जाने को लेकर विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस आमने-सामने हैं।
कर्नाटक में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता मानवताहीन हैं और सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के लिए सीएए मुद्दे का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “नागरिकता देने या न देने का मुद्दा केंद्र सरकार पर निर्भर है। इसको लेकर सीएम सिद्दरामैया में सामान्य ज्ञान की कमी है।”
पत्रकारों से बात करते हुए अशोक ने कहा कि देश के अल्पसंख्यकों और सीएए के बीच कोई संबंध नहीं है। हमारे देश में जो लोग आए हैं, वे फुटपाथों पर रह रहे हैं और आश्रयहीन हैं। मानवता विहीन कांग्रेस नेता हर चीज को पक्षपातपूर्ण नजर से देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कहा कि केंद्र ने नागरिकता संशोधन कानून केवल आगामी चुनावों के लिए लागू किया है और यह भाजपा का चुनावी हथकंडा है, क्योंकि उसे लोकसभा चुनाव में हार का डर है।
वह बुधवार को उडुपी में मीडिया से बात कर रहे थे। राज्य में सीएए लागू करने पर मुख्यमंत्री के रुख के बारे में मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा इतने सालों तक इस पर चुप रही और चुनाव से ठीक पहले इसे लागू कर दिया।
कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि कैबिनेट की बैठक में सीएए लागू करने या खारिज करने पर फैसला किया जाएगा।
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Source : IANS