बृहन्मुंबई नगर निगम आयुक्त के रूप में स्थानांतरण के दो दिन बाद इकबाल चहल को शुक्रवार को महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया।
इसके अलावा, बीएमसी के पूर्व अतिरिक्त नगर आयुक्त पी. वेलरासु को सामाजिक न्याय विभाग में प्रमुख सचिव के रूप में तैनात किया गया है।
इकबाल चहल की जगह भूषण गगरानी ने ले ली है, जो मुख्यमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव थे।
सरकार को इकबाल चहल का तबादला करना ही पड़ा, क्योंकि भारत निर्वाचन आयोग ने 18 मार्च को जारी अपने निर्देश में राज्य सरकार से अपने पिछले आदेशों के बावजूद ऐसा नहीं करने पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका तबादला करने को कहा था।
राज्य के मुख्य सचिव नितिन करीर को 18 मार्च को लिखे पत्र में ईसीआई सचिव एस.के. दास ने याद दिलाया, “महाराष्ट्र सरकार ने 21 दिसंबर, 2023 के आदेश का पालन नहीं किया, जिसमें कहा गया था कि चुनाव से सीधे जुड़े किसी भी अधिकारी को उसके या उसके गृह जिले के वर्तमान जिले (राजस्व जिले) में बने रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पिछले चार वर्षों के दौरान उस जिले में तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं या 30 जून को या उससे पहले 3 वर्ष पूरे कर लेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि तीन साल की अवधि की गणना करते समय जिले के भीतर एक पद पर पदोन्नति की गणना की जानी है।
इस बीच, शिवसेना-यूबीटी विधायक आदित्य ठाकरे ने इकबाल चहल की नियुक्ति की आलोचना करते हुए कहा है कि बिल्कुल वैसे ही हुआ जैसे मैंने दो दिन पहले भविष्यवाणी की थी। बीएमसी के भ्रष्ट पूर्व आयुक्त को अब सीएमओ, महाराष्ट्र में नियुक्त किया गया है।
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Source : IANS