कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शनिवार को बेंगलुरु शहर में जल संकट का जिक्र करते हुए कहा कि उनके घर में भी पानी नहीं है।
शिवकुमार ने मीडियाकर्मियों से कहा, “मीडिया जल संकट दिखा रहा है। मैं इससे इनकार नहीं करता। बोरवेल सूख गए हैं। मेरे घर में भी पानी नहीं है। मेरे गांव और आसपास में पानी नहीं है।”
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु ग्रामीण, रामानगर जिला भी जल संकट से जूझ रहा है। हम किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बाहर से पानी लाने की तैयारी कर रहे हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, पानी का मूल्य हर किसी को पता होना चाहिए।”
शिवकुमार ने कहा, कावेरी पांचवें चरण की परियोजना के तहत मई के अंत तक बेंगलुरु के आसपास के 110 गांवों में पानी की आपूर्ति की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के इतिहास में पहली बार टैंकरों को नियंत्रित और विनियमित किया गया है, जबकि टैंकर माफिया खत्म हो गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, “हम पीने के पानी की आपूर्ति के मामले में बीडब्ल्यूएसएसबी कार्य योजना की भी जांच कर रहे हैं। नोडल अधिकारियों को पानी के स्रोतों की पहचान करने के लिए कहा गया है।”
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Source : IANS