कर्नाटक में बीजेपी कार्यकर्ता गिरीश चक्र की हत्या मामले में पुलिस ने मंगलवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग को हिरासत में ले लिया। कर्नाटक के कलबर्गी जिले में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
आरोपियों की पहचान सचिन किरासावलगी, विश्वनाथ उर्फ कुम्या और प्रज्वल के रूप में हुई है।
29 फरवरी को गंगापुरा पुलिस के पास तीन युवक और एक नाबालिग ने मिलकर बीजेपी कार्यकर्ता गिरीश चक्र को मौत के घाट उतार दिया था।
गिरीश चक्र कलबर्गी से बीजेपी सांसद डॉ उमेश जाधव का दाहिना हाथ बताया जाता था। पुलिस के मुताबिक, गिरीश की हत्या दोस्तों द्वारा उसे एक पार्टी मे आमंत्रित किए जाने की बाद की गई। उमेश जाधव ने उसे बीएसएनएल एडवाइजरी कमेटी का डॉयरेक्टर नियुक्त किया था। गिरीश को मारने से पहले हमलावरों ने उसकी आंखों में मिर्ची पाउडर फेंका था।
परिवार ने इस मामले में सुपारी किलिंग की आशंका जताई थी।
इस घटना ने राज्य में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। कर्नाटक की बीजेपी इकाई ने आरडीपीआर, आईटी और बीटी प्रियांक खरगे पर ऊंगली उठाई है।
कर्नाटक की बीजेपी इकाई ने आरोप लगाया कि जब से प्रियांक खरगे ने आरडीपीआर, आईटी और बीटी का कार्यभार संभाला है, तब से प्रदेश में हत्या और पैसे वसूली के मामलों में तेजी आई है।
बीजेपी ने कहा, वह कलबर्गी की मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं।
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Source : IANS