बाइक टैक्सी स्टार्टअप रैपिडो कैब मार्केट में करेगा विस्तार, पायलट प्रोजेक्ट पर कर रहा काम

बाइक टैक्सी स्टार्टअप रैपिडो कैब मार्केट में करेगा विस्तार, पायलट प्रोजेक्ट पर कर रहा काम

author-image
IANS
New Update
hindi-bike-taxi-tartup-rapido-to-expand-into-the-cab-market--20231027132104-20231027144512

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

उबर और ओला को टक्कर देने के लिए बाइक टैक्सी स्टार्टअप रैपिडो कैब मार्केट में विस्तार कर रहा है।

Advertisment

स्टार्टअप ने हैदराबाद में अपनी कैब सर्विस का एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस सर्विस को दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और चंडीगढ़ सहित अन्य शहरों में विस्तारित करने की योजना है।

सूत्रों के हवाले से टेकक्रंच के मुताबिक, कंपनी अगले हफ्ते की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर में रैपिडो कैब लॉन्च करने की योजना बना रही है।

रैपिडो के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, हम यह बताते रोमांचित हैं कि रैपिडो कैब्स के लिए हैदराबाद में हमारा परीक्षण शानदार शुरुआत के साथ शुरू हुआ है। शहर के वाइब्रेंट मार्केट ने हमें गर्मजोशी से अपनाया है, और पॉजिटिव रिस्पांस वास्तव में उत्साहजनक है।

जैसे-जैसे हम अपना रास्ता आगे बढ़ा रहे हैं, हम आपको हमारी प्रगति के बारे में बारीकी से सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम उत्सुकता से इनोवेटिव सर्विस को अन्य शहरों में लाने का इंतजार कर रहे हैं।

हाल तक, रैपिडो कस्टमर्स मोटरबाइक या थ्री-व्हीलर ऑटो रिक्शा पर सवारी करने में सक्षम रहे हैं।

इसके अलावा, रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि रैपिडो अपने ऐप में इंटरसिटी बस टिकट बुकिंग को शामिल करने के लिए गुरुग्राम स्थित ज़िंगबस के साथ सहयोग करना चाहता है।

रैपिडो, जिसकी स्थापना 2015 में हुई थी, अब 100 से अधिक शहरों में काम करता है और इसके 25 मिलियन से अधिक ऐप डाउनलोड हैं। इसकी वेबसाइट के अनुसार, बिजनेस के 10 मिलियन से ज्यादा कस्टमर्स हैं और इसने 100 मिलियन से अधिक राइड पूरी की हैं।

ट्रैक्सन पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, रैपिडो ने कुल 324 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। पिछले साल अप्रैल में कंपनी ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस स्विगी के नेतृत्व में 180 मिलियन डॉलर जुटाए थे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment

Source : IANS

Advertisment