फिनटेक प्रमुख भारतपे का शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2023 के दौरान बढ़कर 941 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 834 करोड़ रुपये था।
शेयरधारकों के साथ साझा किए गए भारतपे के वार्षिक वित्तीय विवरण का हवाला देते हुए एनट्रैकर की रिपोर्ट में कहा गया, हमने वित्त वर्ष 2022 में 4,782 करोड़ के नुकसान को शामिल नहीं किया, जो शेयरों के उचित मूल्य में बदलाव के चलते हुआ था।
भारतपे ने वित्त वर्ष 2023 में परिचालन से 1,029 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2022 से 2 गुना अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का गैर-परिचालन राजस्व, वित्त वर्ष 2013 में 38 प्रतिशत सालाना कम होकर 139 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि भारतपे ने अक्टूबर में 1,500 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व के साथ ईबीआईटीडीए (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) पॉजिटिव कर दिया, जो कि उसके उधार और भुगतान कारोबार में उच्च वृद्धि के कारण पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
फिनटेक स्टार्टअप ने पॉजिटिव ईबीआईटीडीए हासिल करने के लिए अपने कैश बर्न में भी काफी कटौती की है, जो 2022-23 में औसतन 60 करोड़ रुपये प्रति माह था।
भारतपे के सीएफओ और अंतरिम सीईओ नलिन नेगी ने कहा, यह हमारे 1.3 करोड़ से ज्यादा व्यापारी भागीदारों के बड़े नेटवर्क द्वारा हम पर भरोसे को दर्शाता है। अक्टूबर हमारे लिए बहुत अच्छा महीना था, हमने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर ऋण की सुविधा के साथ महत्वपूर्ण वृद्धि हासिल की।
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Source : IANS