भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने चीन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन गुरुवार को मलेशिया के सेलांगोर में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के ग्रुप ए मुकाबले में 2-3 से हार गई।
बुधवार को हांगकांग पर अपनी जीत के बाद क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित करने के बाद भारत ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी और पूर्व विश्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत की युगल जोड़ी को आराम देने का विकल्प चुना ताकि उन्हें नॉक आउट मुकाबले के लिए तरोताजा रखा जा सके।
दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी एच.एस. प्रणय को भी वेंग होंग यांग के खिलाफ शुरुआती मैच में पैर जमाने के लिए समय की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए एक घंटे 13 मिनट में 6-21, 21-18, 21-19 से जीत दर्ज करके दिखा दिया कि टीम स्पर्धाओं में उन्हें इतनी मजबूत ताकत क्यों माना जाता है।
एम.आर. अर्जुन और ध्रुव कपिला का युगल संयोजन तब चेन बो यांग और लियू यी के चीनी संयोजन के खिलाफ भारत की बढ़त को दोगुना करने के करीब पहुंच गया, जो उनसे 17 स्थान ऊपर थे।
निर्णायक मैच में 13-19 से पिछड़ने के बाद भारतीय जोड़ी ने लगातार छह अंक जीतकर स्कोर बराबर कर लिया, लेकिन लय बरकरार नहीं रख सकी और एक घंटे 10 मिनट में 21-15, 19-21, 21-19 से हार गई।
इसके बाद लक्ष्य सेन ने लेई लैन शी को 21-11, 21-16 से हराकर भारत को एक बार फिर आगे कर दिया।
इसके बाद भारत को जीत दिलाने का काम सूरज गोला और पृथ्वी के. रॉय के नवोदित युगल संयोजन तथा राष्ट्रीय एकल चैंपियन चिराग सेन पर छोड़ दिया गया। उन्होंने अपने विरोधियों से लड़ाई तो की लेकिन असफल रहे।
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Source : IANS