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संदेशखाली हिंसा को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध को बढ़ाया गया

संदेशखाली हिंसा को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध को बढ़ाया गया

Updated on: 12 Feb 2024, 03:00 PM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में स्थानीय महिलाएं लगातार विरोध कर रही हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं की मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार करे।

विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की ओर से सभी संवेदनशील स्थानों पर इंटरनेट पर लगे बैन को बढ़ा दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे।

प्रशासन की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मौजूदा तनाव पर रोक लगानेे के मकसद से इंटरनेट पर लगी रोक की अवधि को बढ़ाया गया है।

वहीं, पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस मौजूदा स्थिति का जायजा लेने संदेशखाली पहुंचे। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी बीजेपी विधायकों के समूह के साथ संदेशखाली जाएंगे।

इस बीच सीपीआई-एम ने पार्टी के पूर्व विधायक निरापद सरदार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 12 घंटे का बंद बुलाया है। निरापद पर स्थानीय महिलाओं को तृणमूल नेता शिबू हाजरा और उसके सहयोगी शाहजहां के पोल्ट्री फार्म और फार्महाउस को जलाने के लिए भड़काने का आरोप लगा है।

शाहजहां बीते 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हमले का मास्टरमाइंड है। हमले के बाद से ही वह फरार है।

बता दें कि शनिवार से ही सभी प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू है, लेकिन स्थानीय महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।

वहीं, गवर्नर और राष्ट्रीय अनुसूची आयोग ने संदेशखाली की मौजूदा स्थिति के संदर्भ में पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट तलब की है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.