मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोगों के एक समूह ने कथित तौर पर एक दलित व्यक्ति की पिटाई की और उस पर पेशाब भी कर दिया। व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि जब उसे होश आया तो उसने खुद को अस्पताल में पाया।
पीड़ित की पहचान रामस्वरूप अहिरवार के रूप में हुई है। पीड़ित ने सुखी सेवनिया पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें आरोप लगाया है कि चार लोगों सेरू मीणा, तुषार मीणा, लेखराज मीणा और अभिषेक मीणा ने उसका अपहरण कर लिया और उसे तब तक पीटा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया।
कोतवाल के रूप में काम करने वाले पीड़ित ने दावा किया, एक रिपोर्ट थी कि कुछ लोग सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं। जिस वजह से उसे क्षेत्र के पटवारी (राजस्व अधिकारी) ने उससे निरीक्षण करने के लिए कहा था।
आईएएनएस के पास एफआईआर की कॉपी है। जिसमें अहिरवार ने कहा कि जब वह घटनास्थल (चौपड़ाकला गांव) पर पहुंचे तो देखा कि कुछ लोग सरकारी जमीन पर बाड़ लगा रहे थे।
पीड़ित ने बताया कि मैंने उनके बाड़ लगाने के काम पर आपत्ति जताई। इसी बीच प्रधान पति सेरू मीणा आ गया और मेरे साथ गाली-गलौज करने लगा तभी तुषार मीणा, लेखराज मीणा और अभिषेक मीणा भी वहां पहुंच गए।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने मेरे हाथ बांध दिए और मुझे सेरू मीणा की स्कॉर्पियो में डाल दिया और एक नाले के पास ले गए। सेरू अपनी स्कॉर्पियो चला रहा था, जबकि लेखराज, अभिषेक और तुषार रास्ते में मुझे पीट रहे थे और गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे। वे सभी मुझे पीटते रहे और जब मैं बेहोश होने लगा तो सेरू मीणा ने मुझ पर पेशाब कर दिया।
बाद में कुछ लोग उन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल ले गए। पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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Source : IANS