इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस बीच नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने अन्य नोबेल पुरस्कार विजेताओं के साथ युद्ध में सभी बच्चों के लिए करुणा की अपील की है। दुनिया को याद दिलाया है कि इजरायल और गाजा में सभी बच्चे हमारे बच्चे हैं। उन्हें सुरक्षा और तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत है।
एक संयुक्त बयान में, 29 नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता सत्यार्थी के साथ मिलकर शुक्रवार को एक बयान पर हस्ताक्षर किए, जिसमें दुनिया को याद दिलाया गया कि इजरायल और गाजा में सभी बच्चे हमारे बच्चे हैं और उन्हें सुरक्षा और तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत है।
सभी छह क्षेत्रों के नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने अपहृत बच्चों की तत्काल रिहाई और संघर्ष से दूर सभी बच्चों के लिए एक सुरक्षित मार्ग का आह्वान किया है।
बयान में संयुक्त रूप से यह भी कहा गया है कि सभी बच्चों और कमजोर व्यक्तियों को तत्काल मानवीय मदद मिलनी चाहिए, और युद्धग्रस्त क्षेत्र में बच्चों के केवल एक समूह के लिए करुणा आरक्षित नहीं की जानी चाहिए।
दुनिया को आने वाले हफ्तों में जानमाल के और भी बड़े नुकसान के खतरे के प्रति आगाह करते हुए सत्यार्थी ने कहा, हम सभी से यह याद रखने का आग्रह करते हैं कि बच्चों ने कोई युद्ध नहीं किया है और स्थिति के लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। न्यायसंगत और स्थायी शांति की दिशा में प्रगति करने के लिए, हमें पीड़ित सभी बच्चों के प्रति करुणा की जरूरत है। फिलिस्तीनी बच्चे हमारे बच्चे हैं। इजरायली बच्चे हमारे बच्चे हैं।
संयुक्त बयान में कहा गया है कि यदि हम ऐसा करते हैं तो हम खुद को सभ्य नहीं मान सकते।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने सभी से इजरायल, फिलिस्तीन और उससे आगे स्थायी शांति के लिए उनकी अपील में शामिल होने औरमोमबत्तियां जलाने का आग्रह किया।
संयुक्त बयान में कहा गया है कि शुक्रवार रात में हम तीन मोमबत्तियां जलाएंगे। एक इजरायल में मारे गए और अपहृत सभी बच्चों के लिए, एक गाजा में बमबारी और लड़ाई में मारे गए तथा अपंग हुए सभी बच्चों के लिए, और एक मानवता एवं आशा के लिए।
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Source : IANS