झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत पांकी थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के दो शीर्ष कमांडरों ने एक-दूसरे की गोली मारकर जान ले ली।
इनमें पांच लाख का इनामी गणेश लोहरा और टॉप कमांडर संतोष यादव शामिल हैं। पुलिस ने शनिवार को पांकी थाना क्षेत्र के होटाई के जंगलों से दोनों के शव बरामद कर पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिए हैं।
बताया जा रहा है कि दोनों कमांडरों के बीच अवैध रूप से वसूली गई रकम के बंटवारे को लेकर विवाद इस कदर बढ़ा कि दोनों ने एक-दूसरे पर गोलियां बरसाईं। दोनों के शव जंगल में थोड़ी दूरी पर आस-पास मिले।
खबर है कि गुरुवार की रात होटाई गांव में सात से आठ की संख्या में हथियारबंद नक्सली पहुंचे। सभी गांव के एक चबूतरे पर बैठे और खाना खाया। सभी ने शराब भी पी। इसके बाद सभी जंगल की तरफ गए।
जंगल में ही ही उनका झगड़ा हुआ और इसके बाद परस्पर दो गुटों में बंटे नक्सलियों ने एक-दूसरे पर फायरिंग की। मारे गए नक्सलियों में गणेश लोहरा पर पांच लाख का इनाम था। बताया जा रहा है कि वह पुलिस के सामने सरेंडर करना चाहता था, लेकिन इसके पहले ही मारा गया। उसकी पत्नी अनीता लोहरा पांकी की ताल पंचायत की मुखिया है।
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Source : IANS