गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने "ICGS अटल" किया लॉन्च, स्वदेशी समुद्री शक्ति को सलाम
छठे फास्ट पेट्रोल वेसल का लॉन्च भारत की जहाज निर्माण में आत्मनिर्भरता को मजबूत करता है, ये रक्षा निर्माण में सहयोग और राष्ट्रीय प्रतिरोधकता की भावना का प्रतीक है.
छठे फास्ट पेट्रोल वेसल का लॉन्च भारत की जहाज निर्माण में आत्मनिर्भरता को मजबूत करता है, ये रक्षा निर्माण में सहयोग और राष्ट्रीय प्रतिरोधकता की भावना का प्रतीक है.
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल), रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, ने भारतीय तटरक्षक के लिए निर्माणाधीन आठ अत्याधुनिक स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए फास्ट पेट्रोल वेसल्स (एफपीवी) की श्रृंखला में छठे, "आईसीजीएस अटल" (यार्ड 1275) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इस जहाज का लॉन्च शिल्पा अग्रवाल की ओर से वास्को-डा-गामा में जीएसएल के तकनीकी रूप से उन्नत जहाज निर्माण यार्ड में तटरक्षक मुख्यालय के प्रधान एकीकृत वित्तीय सलाहकार (पीआईएफए) रोजी अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया.
Advertisment
राष्ट्रीय प्रतिरोधकता की भावना का प्रतीक है
इस कार्यक्रम में भारतीय तटरक्षक, भारतीय नौसेना, रक्षा मंत्रालय, रणनीतिक उद्योग भागीदारों और जीएसएल अधिकारियों के गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया. ये रक्षा निर्माण में सहयोग और राष्ट्रीय प्रतिरोधकता की भावना का प्रतीक है. लॉन्च के मौके पर बोलते हुए, जीएसएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ब्रजेश कुमार उपाध्याय ने कहा, "आईसीजीएस अटल का लॉन्च आत्मनिर्भर भारत की ओर हमारी निरंतर यात्रा में एक और अहम कदम है. यह जहाज टीम जीएसएल की अडिग भावना और स्वदेशीकरण, नवाचार और जहाज निर्माण में उत्कृष्टता के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता को दिखाता है. वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों के बावजूद."
समुद्री सुरक्षा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका
इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर रोजी अग्रवाल ने जीएसएल की मजबूत कार्यान्वयन क्षमताओं और देश की समुद्री सुरक्षा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका की सराहना की. इन एफपीवी को जीएसएल में स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है. इनकी लंबाई 52 मीटर, बीम 8 मीटर और विस्थापन 320 टन है. ये उच्च गति वाले परिसंपत्तियां तटीय गश्त, द्वीप सुरक्षा मिशन और अपतटीय परिसंपत्तियों की सुरक्षा के लिए सुसज्जित हैं, जो भारत की समुद्री क्षेत्र जागरूकता और राष्ट्रीय सुरक्षा को अहम रूप से बढ़ाएंगे. आईसीजीएस अटल का लॉन्च आत्मनिर्भर भारत पहल के एक चमकते प्रमाण के रूप में खड़ा है, जो स्वदेशी रक्षा निर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में भारत के उदय को ताकत प्रदान करता है.