पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है. इसके बाद से पाकिस्तान लगातार भारत के रिहायशी इलाकों पर हमला कर रहा है. इस बीच विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉफ्रेंस में युद्ध के ताजा हालात को लेकर जानकारी दी. इस मौके पर कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, 'हमने पाकिस्तान को पहले ही चेतावनी दी थी. हमने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया. पाकिस्तान ने अमृतसर, पठानकोट, बठिंडा को निशाना बनाया था. ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए थे. एलओसी (LoC) पर फायरिंग जारी है'.
हम तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं: विदेश सचिव
इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, 'भारत के सशस्त्र बलों ने बड़ी कार्रवाई की. पहलगाम हमले का जवाब दिया. हम तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं. हमले में पाक के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया. पाकिस्तान की पहचान आतंक के गढ़ के रूप में है. हम तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं. पाकिस्तान से भारी गोलीबारी हो रही है. पहलगाम हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली थी. यूएनएससी (UNSC) में पाकिस्तान ने इस संगठन का बचाव किया है. भारत की प्रतिक्रिया सटीक और सधि हुई है.
हमने पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया: एमईए
पाकिस्तान आरोप लगा रहा है कि भारत के हमले में उसके कई आम नागरिक मारे गए हैं. यह आरोप पूरी तरह से गलत हैं. इस दौरान उन्होंने एक तस्वीर दिखाई जिसमें आतंकी शोक सभा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हमले में हमारे 15 आम नागरिकों की मौत हुई है. वहीं कई घायल भी हो गए हैं. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया, 'लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को रद्द कर दिया गया है. उन्होंने दोहराया कि भारत के हमले सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हो रहे है. हमारे सधे हुए हमले हैं. हमने किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों और रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया है. पाकिस्तान के इस दुष्प्रचार पर कि उसने भारतीय विमानों को मार गिराया, विदेश सचिव विक्रम मिस्री कहते हैं, "...इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. आखिरकार, यह एक ऐसा देश है, जिसमें जन्म के साथ ही झूठ बोलना शुरू हो गया था. 1947 में, जब पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर पर दावा किया, तो उन्होंने किसी अनजान व्यक्ति से नहीं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र से झूठ बोला कि हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है.. इसलिए यह यात्रा 75 साल पहले शुरू हुई."