Kisan Protest: आज किसानों का दिल्ली चलो मार्च है और पंजाब से 101 किसानों का जत्था दिल्ली आना है. इन किसानों की लिस्ट भी पुलिस को दी गई थी. जब पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने पहचान करना शुरू किया तो वह लिस्ट वाले किसान थे ही नहीं. वह तो एक भीड़ थी.
पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर तैनात हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे. हमारे पास 101 किसानों के नामों की सूची है, और ये वह लोग नहीं हैं - वे हमें अपनी पहचान नहीं करने दे रहे हैं - वे एक भीड़ के रूप में आगे बढ़ रहे हैं."
पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच बहस
इसी बात को लेकर पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच बहस हो गई.पुलिस का कहना है कि उनके पास दिल्ली की ओर जाने की अनुमति नहीं है. पुलिस ने आज 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू करने वाले किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
फरवरी से ही प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
बता दें कि पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर फरवरी से ही प्रदर्शन कर रहे हैं और दिल्ली आना चाहते हैं लेकिन, उन्हें दिल्ली नहीं आने दिया जा रहा है. पहले 6 दिसंबर को किसानों ने दिल्ली आने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने आंसू गैस छोड़कर उन्हें वहीं रोक दिया.
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
शंभु बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने केंद्र सरकार के साथ किसी प्रकार का गठजोड़ किया है, जिसे देखते हुए किसानों को दिल्ली आने से रोका जा रहा है. पंधेर के मुताबिक, किसान संगठन ने शनिवार को केंद्र सरकार से बातचीत करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन, उन्हें किसी भी प्रकार का न्योता नहीं दिया गया. इसके बाद उन्होंने दिल्ली मार्च का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें: ममता बनर्जी के सुलगते बयान पर INDIA गठबंधन दो फाड़, पक्ष-विपक्ष में खिंची बयानों की तलवारें
ये भी पढ़ें: रोहिंग्याओं से निपटने का 'मास्टर' प्लान, जम्मू पुलिस के इस कदम से फैला खौफ