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Jaishankar meets Russian President Vladimir Putin Photograph: (ANI)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों मित्र देश रूस में हैं. गुरुवार को उन्होंने मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. दोनों के बीच यह मुलाकात इसलिए काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि अमेरिका ने हाल ही में भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ ( 25 प्रतिशत टैरिफ और रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत पेनल्टी) लगाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि कच्चा तेल खरीदने की आड़ में भारत रूस को फंडिंग कर रहा है, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन वॉर में किया जा रहा है.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2025
(सोर्स: ऑफिशियल्स) pic.twitter.com/pjlNdtXk8p
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विदेश मंत्री जयशंकर तीन दिवसीय रूस की यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से भारत-रूस के संबंधों में स्थिरता है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है. इस दौरान रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी भारत को विशेष रणनीतिक साझेदार बताया. इसके बाद जयशंकर ने कहा कि लावरोव के साथ उनकी यह मुलाकात काफी सार्थक रही. यह मुलाकात राजनीतिक संबंध और द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने का एक अच्छा अवसर थी. यही नहीं विदेश मंत्री ने रूसी कंपनियों से भारतीय शेयर होल्डर्स के साथ काम करने की अपील भी की.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट किया, "आज क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करके सम्मानित महसूस किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक अभिवादन उन्हें पहुँचाया। प्रथम उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ हुई… pic.twitter.com/QtCERLmTiN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2025
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट किया, "आज क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करके सम्मानित महसूस किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक अभिवादन उन्हें पहुँचाया. प्रथम उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ हुई चर्चाओं से उन्हें अवगत कराया. वार्षिक नेताओं के शिखर सम्मेलन की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं. वैश्विक स्थिति और यूक्रेन के हालिया घटनाक्रम पर उनके साझा दृष्टिकोण के लिए मैं आभारी हूँ."