/newsnation/media/media_files/2025/08/31/ed-action-2025-08-31-23-38-37.jpg)
ed action Photograph: (social media)
ईडी की स्पेशल टास्क फोर्स ने बड़ी कार्रवाई करते हुए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत कई संपत्तियों को जब्त किया है। यह संपत्ति करीब 394.42 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की अचल और चल संपत्तियों हैं। ये संपत्तियां कामाख्या एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट, कामाख्या एजुकेशनल सोसायटी, गुरु नानक चैरिटेबल ट्रस्ट, अल्पाइन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी, एपी गोयल चैरिटेबल ट्रस्ट और मीना आनंद के नाम पर थीं।
जीआईपीएल और उसके प्रमोटर संजय भाटी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर बाइक बोट नाम से बाइक टैक्सी सर्विस की आड़ में बेहद आकर्षक निवेश योजनाओं को सामने रखा। इसके तहत ग्राहक 1, 3, 5 या 7 बाइकों में अपना निवेश कर सकता था।
जिनका रखरखाव और संचालन कंपनी की ओर से किया जाता। निवेशको मासिक किराया, ईएमआई और बोनस पर दिया जाता था। बाइनरी और मल्टी-लेवल संरचना में अतिरिक्त निवेशक को जोड़ने और अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलते थे। कंपनी ने कई शहरों में फ्रैंचाइजी भी आवंटित कीं। मगर इन शहरों में बाइक टैक्सी का संचालन बेहद कठिनाई से हुआ।
बाइक बोट घोटाले में जुटाई धनराशि
ईडी की जांच सामने आया कि बाइक बोट घोटाले में जुटाई धनराशि को विभिन्न संबंधित कंपनियों में डायवर्ट किया गया। बाद में शैक्षणिक ट्रस्टों, सोसायटियों और व्यक्तियों से कनेक्शन गया। इन डायवर्ट हुई धनराशि का उपयोग मेरठ में अचल संपत्तियां खरीदने और बैंकों से पहले से गिरवी रखी गई। संपत्तियों को छोड़ने के लिए किया गया।
वर्तमान कुर्की में 20.49 करोड़ रुपए मूल्य की अचल संपत्तियां और गिरवी रखी गई जमीन शामिल हैं। इनका मूल्य 1,000 करोड़ रुपए आंका गया। संबंधित अपराध के वक्त 389.30 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति, साथ ही कुल 5.12 करोड़ रुपए की जमा राशि को भी जब्त किया।
220.78 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त
इससे पहले ईडी ने 20 जुलाई 2020, 4 अक्टूबर 2021 और 10 मई 2024 को तीन अनंतिम कुर्की आदेशों के माध्यम से 220.78 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं। विशेष न्यायालय (पीएमएलए), गाजियाबाद के समक्ष 27 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन शिकायत और तीन पूरक अभियोजन शिकायतें भी दायर की गई हैं। विशेष न्यायालय द्वारा अभियोजन की सभी शिकायतों का संज्ञान लिया गया है। ईडी ने इससे पहले 20 दिसंबर 2020 और 20 जुलाई 2023 को कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था और डिजिटल साक्ष्य सहित विभिन्न साक्ष्य बरामद किए थे।