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ED Raid
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह तमिलनाडु में ताबड़तोड़ छापेमारी की. ईडी की टीम ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके के नेता और तमिलनाडु के आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापे मारे. इनमें उनके रिश्तेदार और दोस्त भी शामिल हैं. ईडी ने गुरुवार को राज्य में कुल 10 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई.
STORY | Tamil Nadu: ED raids in fresh case against Senthil Balaji, others linked to TASMAC
— Press Trust of India (@PTI_News) March 6, 2025
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ईडी की टीम ने तमिलनाडु के अलग-अलग शहरों में कार्रवाई को अंजाम दिया. ईडी की टीमें केरल और तेलंगाना की नंबर प्लेट वाले वाहनों से शहर में घुसी. अधिकारियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा गार्ड्स भी मौजूद थे. उन्होंने करूर में तीन जगहों पर कार्रवाई की. करूर के कोडाई नगर शक्ति मेस के मालिक कार्तिक, 80 फीट रोड इलाके में स्थित एमसीएस शंकर और रायनूर इलाके में स्थित कोंगू मेस के मालिक मणि के घर पर छापेमारी की. राज्य के अलग-अलग शहरों में ऐसी ही कार्रवाई की गई.
Tamil Nadu: Enforcement Directorate, along with CRPF, raided multiple locations in Karur including the homes of Kongu Mess owner Mani, contractor M. Shankar Anand, and Sakthi Mess owner Karthi, all linked to Minister V. Minister Senthil Balaji's supporters pic.twitter.com/IfQznQ9ubP
— IANS (@ians_india) March 6, 2025
सितंबर में ही चेन्नई जेल से छूटे थे सेंथिल बालाजी
बता दें कि ईडी ने सेंथिल बालाजी के खिलाफ अगस्त 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में चार्जशीट दायर की थी. इसके बाद, उन्हें 14 जून 2023 को ईडी ने गिरफ्तार किया था. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने परिवहन मंत्री के रूप में नौकरी के बदले नकदी ली है. इस वजह से उन्हें 471 दिन जेल में भी रहना पड़ा था. इसके बाद सितंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत दे दी. सुप्रीम कोर्ट से पहले बालाजी ने मद्रास हाईकोर्ट सहित निचली अदालत में भी जमानत याचिका दायर की थी पर हर जगह उन्हें निराशा ही मिली.
पहले अन्नाद्रमुक पार्टी के नेता थे बालाजी
बता दें, बालाजी पहले अन्नाद्रमुक पार्टी के नेता थे. उन पर आरोप है कि इसी दौरान, उन्होंने मंत्री रहते हुए खूब रिश्वत ली. हालांकि, अब बालाजी द्रमुख के साथ हैं. उनके पास अब आबकारी विभाग और विद्युत और उत्पाद शुल्क विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं.