रूस के खेरसॉन क्षेत्र के अल्योश्की शहर में केंद्रीय जिला अस्पताल पर हुए हमले को लेकर रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कीव शासन और उसके नाटो समर्थकों पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इस घटना को "आतंकी हमला" करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की.
30 दिसंबर को कीव शासन ने, कथित तौर पर अपने नाटो समर्थकों की मदद से, अल्योश्की में अस्पताल पर एक मानव रहित हवाई वाहन (ड्रोन) से हमला किया. इस हमले में चिकित्सा मामलों के उप प्रमुख वासिली बोरिसोव की मौत हो गई और अस्पताल के मुख्य चिकित्सक व्लादिमीर खार्लान गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हमला मुख्य चिकित्सक के कार्यालय को निशाना बनाकर किया गया था.
"कीव शासन के नाज़ी स्वभाव"
रूसी प्रवक्ता ज़खारोवा ने इस हमले को "कीव शासन के नाज़ी स्वभाव" का सबूत बताया. उन्होंने कहा, "कीव शासन द्वारा रूसी क्षेत्रों में नागरिकों, पत्रकारों, डॉक्टरों और अन्य पेशेवरों की बर्बर हत्याएं उसकी आतंकवादी और अमानवीय नीतियों का प्रदर्शन हैं. यह शासन, अपने पश्चिमी समर्थकों को खुश करने के लिए, अधिक से अधिक रूसी नागरिकों की हत्या करने का प्रयास कर रहा है." रूसी प्रवक्ता ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों और जिम्मेदार सरकारों से इस हमले की कड़ी निंदा करने और कीव शासन व उसके पश्चिमी समर्थकों से दूरी बनाने की अपील की. उन्होंने कहा, "इस बर्बरता पर चुप्पी साधना, यूक्रेनी नाज़ियों और उनके पश्चिमी सहयोगियों के अपराधों में भागीदार बनने के बराबर होगा."
दोषियों को कानून के अनुसार सख्त सज़ा दी जाएगी
रूस ने स्पष्ट किया है कि इस हमले के साजिशकर्ताओं और दोषियों को कानून के अनुसार सख्त सज़ा दी जाएगी. यह हमला रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है. इस घटना पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया पर अब सभी की निगाहें टिकी हुई हैं.