DRDO और IIT दिल्ली ने तैयार किया सेना के लिए "अभेद" सबसे हल्का बुलेटप्रूफ जैकेट, मिलेगा 360° बेजोड़ सुरक्षा कवच

जैकेट्स के कवच प्लेट्स ने सभी आवश्यक अनुसंधान और विकास परीक्षणों को सफलतापूर्वक पास किया है, और ये भारतीय सेना की जनरल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (GSQR) के तहत उच्चतम खतरे के स्तर को पूरा करती हैं.

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Mohit Sharma
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DRDO और IIT दिल्ली ने तैयार किया सेना के लिए "अभेद" सबसे हल्का बुलेटप्रूफ जैकेट

(रिपोर्ट- मधुरेंद्र कुमार)

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रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर हल्के वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट्स 'अभेद' (Advanced Ballistics for High Energy Defeat) को विकसित किया है. यह जैकेट्स डीआरडीओ इंडस्ट्री एकेडेमिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (DIA-CoE) में बनाए गए हैं, जो आईआईटी दिल्ली में स्थित है. 'अभेद' जैकेट्स को पॉलिमर और स्वदेशी बोरॉन कार्बाइड सिरेमिक सामग्री से तैयार किया गया है. इनका डिज़ाइन उच्च दबाव दर पर विभिन्न सामग्रियों की विशेषताओं के अध्ययन और उपयुक्त मॉडलिंग और सिमुलेशन पर आधारित है, जो DRDO के साथ मिलकर किया गया है.

 यह 360° सुरक्षा प्रदान करती हैं

जैकेट्स के कवच प्लेट्स ने सभी आवश्यक अनुसंधान और विकास परीक्षणों को सफलतापूर्वक पास किया है, और ये भारतीय सेना की जनरल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (GSQR) के तहत उच्चतम खतरे के स्तर को पूरा करती हैं. इनका वजन 8.2 किलोग्राम और 9.5 किलोग्राम है, जो न्यूनतम संभव वजन के साथ सबसे हल्का है, और यह 360° सुरक्षा प्रदान करती हैं. 

तीन उद्योग शामिल किए गए

कुछ भारतीय उद्योगों को चयनित कर तकनीक हस्तांतरण के लिए तैयार किया गया है. इस पहल में तीन उद्योग शामिल किए गए हैं, जिन्हें प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण और आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा. इस बड़ी उपलब्धि पर रक्षा अनुसंधान विभाग के सचिव और डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने DIA-CoE को बधाई देते हुए कहा, "हल्का बुलेटप्रूफ जैकेट रक्षा अनुसंधान और विकास में डीआरडीओ, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के सफल तालमेल का उत्कृष्ट उदाहरण है.

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