ये क्या हो गया? चीन-पाकिस्तान की उड़ गई नींद, भारत के दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की जीत से दुश्मनों में खौफ क्यों?

डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद दिए अपने पहले भाषण में साफ तौर पर ऐलान किया है कि अब कोई युद्ध नहीं होगा. ट्रंप ने कहा कि मैं कोई भी युद्ध शुरू नहीं करने जा रहा हूं.

डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद दिए अपने पहले भाषण में साफ तौर पर ऐलान किया है कि अब कोई युद्ध नहीं होगा. ट्रंप ने कहा कि मैं कोई भी युद्ध शुरू नहीं करने जा रहा हूं.

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Mohit Sharma
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ये क्या हो गया? चीन-पाकिस्तान की उड़ गई नींद, भारत के दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की जीत से दुश्मनों में खौफ क्यों?

अमेरिका में ट्रंप की जीत ने चीन की टेंशन बढ़ा दी है. आखिर चीन को ट्रंप की जीत से क्या परेशानी है. ड्रैगन को कमला हैरिस की हार से क्यों मिर्ची लगी है. चलिए इस खबर में विस्तार से जानते हैं. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं. उन्होंने मौजूदा वाइस प्रेसिडेंट और डेमोक्रेटिक पार्टी की कैंडिडेट कमला हैरिस को हरा दिया है. यह ट्रंप की दूसरी जीत है. वो साल 2016 से 2020 तक देश के 45 वें राष्ट्रपति रह चुके हैं.

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डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में क्या कहा?

दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद दिए अपने पहले भाषण में साफ तौर पर ऐलान किया है कि अब कोई युद्ध नहीं होगा. ट्रंप ने कहा कि मैं कोई भी युद्ध शुरू नहीं करने जा रहा हूं. मैं युद्धों को रोकने जा रहा हूं. जब मैं राष्ट्रपति था तो 4 साल तक कोई युद्ध नहीं हुआ था. हमने केवल आईएसआईएस को हराया था. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि अमेरिकी सेना को मजबूत किया जाएगा. साल 2016 से 2020 तक अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने तो उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात की थी. किम जंग उन अब अक्सर अमेरिका को धमकाते रहते हैं. ट्रंप के इस ऐलान से चीन और यूक्रेन दोनों की टेंशन बढ़ गई है. 

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ताइवान और अमेरिका के बीच रक्षा संधि

चीन के युद्धपोत लगातार ताइवान को घेर कर उसे डराते रहते हैं. ताइवान और अमेरिका के बीच रक्षा संधि है. चीन अगर कोई दुस्साहस करता है तो ट्रंप को ताइवान को बचाने के लिए सेना भेजनी होगी. ट्रंप के रुख से साफ है कि वह ऐसे किसी आक्रामक सैन्य हमले का करारा जवाब देंगे. ऐसे में चीन की टेंशन बढ़ सकती है. यही नहीं ट्रंप चीन के खिलाफ ट्रेड वॉर को तेज कर सकते हैं जो मेक अमेरिका ग्रेट का नारा देते हैं. चीनी विश्लेषकों का कहना है कि चीन की सरकार ने इस नतीजे की उम्मीद नहीं की थी. वहीं ट्रंप के आने से रूस खुश है और उसे उम्मीद है कि यूक्रेन युद्ध का अब अंत होगा. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह युद्ध को खत्म कराएंगे. रूस पहले ही यूक्रेन की बहुत बड़ी जमीन पर कब्जा कर लिया है और बिना किसी डील के अगर युद्ध बंद होता है तो पुतिन बहुत खुश होंगे.

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अमेरिका के लिए नए युग की शुरुआत

 ट्रंप और पुतिन कई बार बातचीत कर चुके हैं. अगर जेलेंस्की ट्रंप की बात नहीं मानते तो वह हथियारों की सप्लाई रोक सकते हैं. अमेरिकी हथियारों के बल पर ही यूक्रेन रूस से मुकाबला कर पा रहा है. इसके बाद भी यूक्रेन सेना अभी बैकफुट पर है व इजराइल ट्रंप की वापसी से खुश है. अमेरिकी चुनाव में यहूदियों ने ज्यादातर कमला हैरिस को सपोर्ट किया, लेकिन अब उम्मीद है कि ट्रंप गाज युद्ध का सर्वमान्य हल कराएंगे. इजराइली पीएम नेतनयाहू ने ट्रंप को जीत की बधाई दी .है नेतनयाहू ने कहा कि वाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए नए युग की शुरुआत है.

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