डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार वजह सिर्फ रूस नहीं भारत और ईरान भी हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जहां रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव को अपने शब्दों पर ध्यान देने की चेतावनी दी. वहीं भारत को भी निशाने पर लिया. लेकिन इस बार ट्रंप की तीखी टिप्पणियों का पलटवार पहले रूस ने किया और फिर ईरान ने अमेरिका की नीतियों को आर्थिक साम्राज्यवाद बताकर भारत का समर्थन कर दिया. रूसी नेता दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप को उनकी ही भाषा में जवाब देते हुए वॉकिंग डेड का जिक्र कर डाला और अमेरिका को उसकी परमाणु विरासत की याद दिला दी.
अमेरिका ने जताई नाखुशी
दूसरी ओर ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर भारत की रूस के साथ दोस्ती और ईरान से व्यापार को लेकर अमेरिका की नाखुशी खुलकर जताई. रूस और भारत को लेकर ट्रंप ने लिखा कि मुझे परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ क्या करता है. वे एक साथ अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को गर्त में ले जा सकते हैं. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. इसी पोस्ट में उन्होंने दिमित्री मेदवेदेव को भी धमकी दी. उन्होंने लिखा कि रूस के असफल पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव जो खुद को अभी भी राष्ट्रपति समझते हैं. उनसे कहो कि वे अपनी बातों पर ध्यान दें. वे बहुत खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. बता दें कि यह बयान दिमित्री मेदवेदेव के 28 जुलाई को दिए उस बयान के जवाब में आया जिसमें उन्होंने ट्रंप के रूस के प्रति रवैया को जंग की ओर बढ़ता हर कदम बताया था.
दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप के बयान पर पलटवार
अब दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप के बयान पर पलटवार किया है. पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप की चेतावनी का मजाक उड़ाते हुए जवाब दिया कि अगर मेरे शब्दों से इतना डर लग रहा है तो इसका मतलब है कि रूस सही दिशा में है. भारत और रूस की अर्थव्यवस्था को मृत बताने पर उन्होंने ट्रंप को याद दिलाया कि वॉकिंग डेड जैसे शो सिर्फ मनोरंजन नहीं होते और अमेरिका को डेड हैंड से सावधान रहना चाहिए. डेड हैंड कोल्ड वॉर के जमाने का रूस का ऑटोमेटिक न्यूक्लियर रिटाैलिएशन सिस्टम था. यानी अगर रूस किसी परमाणु हमले में तबाह हो जाता है तो डेड हैंड अपने आप ही परमाणु मिसाइलों को लॉन्च कर देगा.