Donald Trump
पोर्ट के मुताबिक बीते साल यूरोपीय संघ के कुल गैस आयात में 19% हिस्सेदारी रशिया की थी. हालांकि ईयू ने कहा है कि रशिया से ऊर्जा आयात पूरी तरह खत्म करने के लिए वह कमिटेड है.
जब से डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं तभी से भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद अब ट्रंप ने भारत के पीएम मोदी की तारीफ की और ट्रेड डील को आगे बढ़ाने की बात भी की. लेकिन दूसरी ओर ट्रंप अपने साथी यानी यूरोपीय संघ पर भारत के खिलाफ टैरिफ लगाने का दबाव बना रहे हैं. खबर है कि उन्होंने ईयू यानी यूरोपीय संघ से भी भारत और चीन पर भारी टैरिफ लगाने की गुजारिश की है.
EU से टैरिफ लगाने की गुजारिश
समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक एक अमेरिकी अधिकारी और एक ईयू अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि ट्रंप ने ईयू अधिकारियों से चीन पर 100% टैरिफ लगाने की अपील की है. ताकि इसके जरिए रशियन प्रेसिडेंट व्लादमीर पुतिन पर दबाव डाला जा सके. एजेंसी को एक अधिकारी ने बताया है कि ट्रंप ने ईयू से भी भारत पर ऐसे ही टैरिफ लगाने के लिए कहा है. ट्रंप ने ईयू से पाबंदी अधिकारी डेविड ओ सुलिवन समेत कई अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए यह गुजारिश की है. ईयू के अधिकारियों ने एजेंसी को बताया कि अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि अगर अनुरोध मान लिया जाता है तो अमेरिका भी इसी तरह का टैरिफ लगाना चाहता है. खास बात है कि ट्रंप खुद भी शिकायत करते रहे हैं कि यूरोप ने व्यापार के मामले में रशिया से दूरी नहीं बनाई है.
भारत को लेकर कही यह बात
रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल यूरोपीय संघ के कुल गैस आयात में 19% हिस्सेदारी रशिया की थी. हालांकि ईयू ने कहा है कि रशिया से ऊर्जा आयात पूरी तरह खत्म करने के लिए वह कमिटेड है. तो एक ओर जहां ट्रंप यूरोपीय यूनियन को भारत के खिलाफ खड़ा करना चाहते हैं तो वहीं सोशल मीडिया पर भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की बात भी कर रहे हैं. ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट किया कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं. मैं आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे दोस्त पीएम मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी.