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india-us relations Photograph: (Social Media)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस से तेल खरीदने पर भारत को लगातार निशाना बनाने और टैरिफ की धमकी देने का भारत ने पलटवार किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा. उन्होंने कहा "यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद रूस से तेल आयात करने के कारण भारत अमेरिका और यूरोपीय संघ के निशाने पर रहा है. दरअसल, भारत ने रूस से आयात इसलिए शुरू किया क्योंकि संघर्ष शुरू होने के बाद पारंपरिक आपूर्ति यूरोप की ओर मोड़ दी गई थी. उस समय अमेरिका ने वैश्विक ऊर्जा बाजारों की स्थिरता को मज़बूत करने के लिए भारत द्वारा इस तरह के आयात को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया था. भारत के आयात का उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अनुमानित और किफायती ऊर्जा लागत सुनिश्चित करना है. वैश्विक बाजार की स्थिति के कारण ये एक अनिवार्य आवश्यकता है..."
India will take all necessary measures to safeguard its national interests and economic security: MEA spokesperson Randhir Jaiswal
— ANI (@ANI) August 4, 2025
"India has been targeted by the United States and the European Union for importing oil from Russia after the commencement of the Ukraine conflict.… pic.twitter.com/xLnUw7gaWl
भारतीय विदेश मंत्रालय का जवाब सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होने रूस से व्यापार रखने पर भारत को एक बार फिर टारगेट किया. आपको बता दें कि भारत से अमेरिका में आने वाले सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों तल्खी देखी जा रही है. इस बीच अमेरिका ने सोमवार को एक बार फिर भारत पर भारी टैरिफ लगाने की बात कही है. रूस से व्यापार और तेल खरीद को लेकर भड़के डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ में भारी वृद्धि करूँगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, "भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए अधिकांश तेल को खुले बाज़ार में भारी मुनाफ़े पर बेच भी रहा है.
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रूस के साथ तेल खरीद से बौखलाए ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि उन्हें (भारत) इस बात की कोई परवाह नहीं है कि यूक्रेन में रूसी युद्ध मशीन कितने लोगों को मार रही है. इस वजह से, मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ में भारी वृद्धि करूँगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपनी टैरिफ नीति के तहत डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. इसके साथ ही रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त पेनाल्टी की भी घोषणा की है. अमेरिका की तरफ से लगाया गया टैरिफ 7 अगस्त से लागू माना जाएगा. हालांकि इसको पहले एक अगस्त से लागू होना था, लेकिन बाद में इसको बढ़ाकर 7 अगस्त कर दिया गया है.
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भारत को मित्र भी कहा और टैरिफ भी लगाया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि याद रहे, भारत हमारा मित्र है.लेकिन हमने पिछले कुछ सालों में भारत के साथ कम व्यापार किया है. क्योंकि भारत के टैरिफ दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. इसके साथ भारत के साथ व्यापार करने में बहुत बाधाएं हैं. उन्होंने रूस से बड़े स्तर पर हथियार खरीदे हैं. इसके साथ ही वह चीन के साथ रूस के बड़े ऊर्जा खरीदार हैं. ऐसे समय में जब हर कोई रूस को यूक्रेन में हत्याएं करने से रोकना चाहता है. ऐसे में सबकुछ ठीक नहीं है. इसके लिए भारत को 25 प्रतिशत टैरिफ चुकाना होगा. इसके साथ रूस से तेल खरीदने पर जुर्माना भी देना होगा.