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donald trump(social media)
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम को लेकर एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान से पलट गए हैं. ट्रंप का कहना है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को शांत करने में सहायता की थी. इसके साथ ही यह भी जोड़ा कि वह सीधे तौर पर यह नहीं कहना चाहेंगे कि उन्होंने मध्यस्थता कराई.
एक कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे यह नहीं कह रहे हैं कि उन्होंने मध्यस्थता कराई, लेकिन उन्होंने उस समस्या हल कराने में सहायता की. आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच बीते हफ्ते और स्थितियां बिगड़ गई थीं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सात मई को सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इस पर पलटवार करते हुए पाकिस्तान ने भी अटैक किया. इन हमलों को भारत ने सफलतापूवर्क रोक दिया. वहीं 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम हो गया था.
इसे लेकर ट्रंप ने ट्वीट किया कि यह ऐलान करते हुए काफी खुशी महसूस कर रहा हूं. भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर हामी भरी है. दोनों देशों को सामान्य समझदारी और श्रेष्ठ बुद्धिमत्ता का परिचय देने पर बधाई. अमेरिका ने युद्धविराम के निर्णय को दोनों देशों की समझदारी और बुद्धिमत्ता बताया था. इसके साथ ही ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान दोनों देशों के फैसले के लिए बधाई दी.
भारत ने किया था दावे को खारिज
इस दावे को हालांकि भारत सरकार ने खारिज कर दिया था कि ट्रंप ने ट्रेड रोकने की चेतावनी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया था. सरकार ने स्पष्ट कहा था कि पाकिस्तान के सैन्य तनाव के दौरान भारत और अमेरिका के बीच किसी भी तरह की चर्चा के दौरान ट्रेड का मुद्दा नहीं उठा था. डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों पर मीडिया के सवालों के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने स्पष्ट कहा था, 'पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण गतिरोध के दौरान भारतीय और अमेरिकी नेतृत्व साथ थे, मगर व्यापार किसी तरह की बात नहीं हुई'.