Delhi Blast Case: कई डॉक्टरों के बयान एक-दूसरे से बिल्कुल अलग और संदिग्ध पाए गए हैं, जिससे एनआईए को शक है कि किसी बड़े राज को छुपाने की कोशिश की जा रही है.
Delhi Red Fort Blast Case: दिल्ली के लाल किले के सामने 10 नवंबर को हुए ब्लास्ट के बाद एनआईए की जांच लगातार तेज होती जा रही है. जांच एजेंसी की कार्रवाई का मुख्य फोकस फरीदाबाद की अल्फला यूनिवर्सिटी है, जहां से कई अहम सुराग मिलने का दावा किया जा रहा है. जांच में हर दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है.
सूत्रों के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के करीब 12 डॉक्टरों के बयान दर्ज किए गए हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से कई बयान आपस में मेल नहीं खाते. कई डॉक्टरों के बयान एक-दूसरे से बिल्कुल अलग और संदिग्ध पाए गए हैं, जिससे एनआईए को शक है कि किसी बड़े राज को छुपाने की कोशिश की जा रही है.
सबसे बड़ी बात यह सामने आई है कि ब्लास्ट के तुरंत बाद यूनिवर्सिटी से जुड़े 10 से ज्यादा डॉक्टर अचानक गायब हो गए. ये डॉक्टर हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गए थे, जिनकी अब तलाश तेज कर दी गई है. इन गायब डॉक्टरों में कुछ ऐसे नाम भी हैं जिन्हें एजेंसी शुरू से ही शक की नजर से देख रही थी.
इसके अलावा, जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कुछ डॉक्टरों के खातों में लाखों रुपये अचानक आए. इन संदिग्ध अकाउंट्स को फिलहाल फ्रीज कर दिया गया है और उनकी चैट हिस्ट्री तथा डिजिटल रिकॉर्ड की गहन जांच हो रही है. हॉस्पिटल और यूनिवर्सिटी कैंपस की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है.
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