S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने होने के बाद भी यूक्रेन के हमलों को नहीं रोक पाया रूस, जानें क्या है नाकामी की वजह

Ukraine Attacks Russia: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रविवार को यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया. जिसमें रूस के पांच एयरबेस और 41 विमानों को नुकसान हुआ है. अब सवाल आता है कि आखिर रूस कैसे मात खा गया और हमलों को नहीं रोक पाया.

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Suhel Khan
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Putin and S 400 Air Defence System

यूक्रेन के हमलों को रोकने में क्यों नाकाम हुआ रूस? Photograph: (Social Media)

Ukraine Attacks Russia: यूक्रेन ने रविवार को रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया. यूक्रेन ने ड्रोन हमला कर रूस के पांच एयरबेस और 41 सैन्य विमानों को नष्ट कर दिया. लेकिन रूस इन हमलों को रोक नहीं पाया. जबकि रूस के पास अपनी एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम है. जिसका लोहा हाल ही में पाकिस्तान की ओर से भारत पर किए गए हमलों के वक्त पूरी दुनिया ने देखा है.

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ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था. लेकिन एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर रूस ऐसा क्यों नहीं कर पाया. ऐसे में रूस को भारत के आकाश एयर डिफेंस सिस्टम की कमी जरूरी खल रही होगी. 

दरअसल, भारत का आकाश एयर डिफेंस सिस्टम भारत का सुरक्षा कवच माना जाता है. जिसकी मदद से भारत ने पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से किए गए चीनी ड्रोन्स और मिसाइलों को आकाश एयर सिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया था.

बता दें कि आकाश का पूरा नाम आकाशतीर है. जो भारत का स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमले किए तो भारत ने 100 फीसदी सटीकता के साथ हर हमले को नाकाम कर दिया. जिसकी ताकत पूरी दुनिया ने देखी. आकाशतीर ने पाकिस्तान के तुर्की में बने TB2 ड्रोन और चीनी PL-15 मिसाइलों को पलक झपकते ही नष्ट कर दिया. इसमें रूस की एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने भी अहम योगदान दिया. यानी दोनों ने मिलकर पाकिस्तान के हर एक हमले को नाकाम कर दिया.

रूस को खल रही होगी भारतीय हथियार की कमी

रूस के आप अपना एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम है. लेकिन आकाशतीर जैसा मारक हथियार नहीं है. जो ड्रोन को मार गिराने में महारथ रखता हो.  अगर रूस के पास एस-400 के साथ आकाशतीर भी होता तो रूस यूक्रेन के हमलों को नाकाम कर देता. क्योंकि एस-400 मुख्य रूप से मिसाइलों को मारने के लिए है. जो ड्रोन हमलों को रोक नहीं पाया. यही वजह है कि भारत के आकाशतीर की कमी रूस को जरूर खल रही होगी. विशेषज्ञों का मानना है कि रूस को जिस लो-लेवल, हाई-फ्लेक्सिबल एयर डिफेंस सिस्टम की जरूरत थी, वह भारत के आकाश एयर डिफेंस सिस्टम जैसा कोई मॉडल हो सकता था. हाल ही में आकाशतीर ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सीमाओं को लो-एल्टीट्यूड खतरों से बचाने में अहम रोल अदा किया.

भारत ने विकसित किया है आकाशतीर

बता दें कि आकाशतीर को भारत में निर्मित हथियार है. इसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, डीआरडीओ और इसरो ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. यह AI बेस्ड एयर डिफेंस सिस्टम है. जो रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन सिस्टम के साथ रियल-टाइम में हवाई खतरों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. इसी एयर डिफेंस सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 400 से अधिक ड्रोन, कामिकाजी ड्रोन और लॉइटरिंग म्युनिशन को मार गिराया था.

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