ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान रह-रह कर भारत विरोधी बयान दे रहा है. यहां तक कि सिंधु जल समझौता जारी न रखने के लिए भारत को परमाणु हमले तक की धमकी दी जा रही है. वहीं, भारत ने गुरुवार को इन बयानों के लिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि पाकिस्तान अपने नाकामी छिपाने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने पाकिस्तानी नेतृत्व की ओर से भारत के खिलाफ लगातार जारी लापरवाह, युद्धोन्मादी और घृणास्पद टिप्पणियों की खबरें देखी हैं. अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बार-बार भारत विरोधी बयानबाजी करना पाकिस्तानी नेतृत्व का पुराना रवैया है. पाकिस्तान को अपनी बयानबाजी पर संयम बरतने की सलाह दी जाएगी, क्योंकि किसी भी दुस्साहस के दर्दनाक परिणाम होंगे, जैसा कि हाल ही में देखने को मिला.
इजराइल-फिलिस्तीन टकराव पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस विवाद पर हमारा स्टैंड हमेशा से क्लियर और सुसंगत रहा है. इसमें कोई बदलाव नहीं है. हमने हमेशा दोनों देशों के बीच संवाद से समस्या से हल की पैरवी की है. हम दोनों देशों के बीच सीजफायर, बिना शर्त के बंधकों की रिहाई, गाजा के लोगों के मानवीय सहायता की मांग करते हैं.
सिंधु जल संधि के तहत मध्यस्थता न्यायालय के फैसले के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने कभी भी तथाकथित मध्यस्थता न्यायालय की वैधता, औचित्य या क्षमता को स्वीकार नहीं किया है. इसलिए इसके फैसले अधिकार क्षेत्र से बाहर, कानूनी स्थिति से रहित हैं और इनका भारत के जल उपयोग के अधिकारों पर कोई असर नहीं पड़ता है. भारत तथाकथित "फैसले" के संबंध में पाकिस्तान के चुनिंदा और भ्रामक संदर्भों को भी स्पष्ट रूप से खारिज करता है. जैसा कि 27 जून 2025 की हमारी प्रेस विज्ञप्ति में दोहराया गया है, सिंधु जल संधि भारत सरकार के एक संप्रभु निर्णय के कारण स्थगित है, जो पाकिस्तान द्वारा बर्बर पहलगाम हमले सहित सीमा पार आतंकवाद को लगातार प्रायोजित करने के जवाब में लिया गया था."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है कि प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में जाएंगे या नहीं..." भारत-अमेरिका साझेदारी पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका और भारत एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं जो साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मज़बूत संबंधों पर आधारित है. जैसा कि हमने पहले कहा था, इस साझेदारी ने कई बदलावों और चुनौतियों का सामना किया है, हम दोनों देशों द्वारा प्रतिबद्ध ठोस एजेंडे पर केंद्रित हैं, और हमें उम्मीद है कि यह रिश्ता आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर आगे बढ़ता रहेगा."
नाकामी छिपाने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहा पाकिस्तानः विदेश मंत्रालय
पाकिस्तान की तरफ से लगातार दिए जा रहे भारत विरोधी बयान और परमाणु हमलों की धमकी पर भारत ने करारा जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसा करके पाकिस्तान अपनी नाकामी छिपा रहा है.
पाकिस्तान की तरफ से लगातार दिए जा रहे भारत विरोधी बयान और परमाणु हमलों की धमकी पर भारत ने करारा जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसा करके पाकिस्तान अपनी नाकामी छिपा रहा है.
MEA spokesperson Randhir Jaiswal Photograph: (Social Media)
ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान रह-रह कर भारत विरोधी बयान दे रहा है. यहां तक कि सिंधु जल समझौता जारी न रखने के लिए भारत को परमाणु हमले तक की धमकी दी जा रही है. वहीं, भारत ने गुरुवार को इन बयानों के लिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि पाकिस्तान अपने नाकामी छिपाने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने पाकिस्तानी नेतृत्व की ओर से भारत के खिलाफ लगातार जारी लापरवाह, युद्धोन्मादी और घृणास्पद टिप्पणियों की खबरें देखी हैं. अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बार-बार भारत विरोधी बयानबाजी करना पाकिस्तानी नेतृत्व का पुराना रवैया है. पाकिस्तान को अपनी बयानबाजी पर संयम बरतने की सलाह दी जाएगी, क्योंकि किसी भी दुस्साहस के दर्दनाक परिणाम होंगे, जैसा कि हाल ही में देखने को मिला.
इजराइल-फिलिस्तीन टकराव पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस विवाद पर हमारा स्टैंड हमेशा से क्लियर और सुसंगत रहा है. इसमें कोई बदलाव नहीं है. हमने हमेशा दोनों देशों के बीच संवाद से समस्या से हल की पैरवी की है. हम दोनों देशों के बीच सीजफायर, बिना शर्त के बंधकों की रिहाई, गाजा के लोगों के मानवीय सहायता की मांग करते हैं.
सिंधु जल संधि के तहत मध्यस्थता न्यायालय के फैसले के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने कभी भी तथाकथित मध्यस्थता न्यायालय की वैधता, औचित्य या क्षमता को स्वीकार नहीं किया है. इसलिए इसके फैसले अधिकार क्षेत्र से बाहर, कानूनी स्थिति से रहित हैं और इनका भारत के जल उपयोग के अधिकारों पर कोई असर नहीं पड़ता है. भारत तथाकथित "फैसले" के संबंध में पाकिस्तान के चुनिंदा और भ्रामक संदर्भों को भी स्पष्ट रूप से खारिज करता है. जैसा कि 27 जून 2025 की हमारी प्रेस विज्ञप्ति में दोहराया गया है, सिंधु जल संधि भारत सरकार के एक संप्रभु निर्णय के कारण स्थगित है, जो पाकिस्तान द्वारा बर्बर पहलगाम हमले सहित सीमा पार आतंकवाद को लगातार प्रायोजित करने के जवाब में लिया गया था."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है कि प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में जाएंगे या नहीं..." भारत-अमेरिका साझेदारी पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका और भारत एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं जो साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मज़बूत संबंधों पर आधारित है. जैसा कि हमने पहले कहा था, इस साझेदारी ने कई बदलावों और चुनौतियों का सामना किया है, हम दोनों देशों द्वारा प्रतिबद्ध ठोस एजेंडे पर केंद्रित हैं, और हमें उम्मीद है कि यह रिश्ता आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर आगे बढ़ता रहेगा."