Delhi Blast: आतंकी उमर की मदद करने वाला गिरफ्तार, डॉक्टरों को विदेशों में मिलती थी ट्रेनिंग..., जानें अब तक के पांच बड़े अपडेट

Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला धमाके के मामले में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है. एनआईए अब सभी कड़ी को जोड़ने में लगी हुई है. इस तरह से आतंकियों से जुड़े सभी सुराग खंगाले जा रहे हैं.

Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला धमाके के मामले में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है. एनआईए अब सभी कड़ी को जोड़ने में लगी हुई है. इस तरह से आतंकियों से जुड़े सभी सुराग खंगाले जा रहे हैं.

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Mohit Saxena
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दिल्ली धमाके की जांच में हुए ये 5 बड़े खुलासे Photograph: (File)

Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला धमाके मामले में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है. एनआईए ने अब तक आतंकी उमर उन नबी को शरण देने वाले एक और शख्स को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने फरीदाबाद के निवासी शोएब को पकड़ा है. मामले में सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एनआईए की जांच में सामने आया है कि शोएब ने 10 नवंबर को दिल्ली में कार बम धमाके से पहले आतंकी उमर को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराया था. आपको बता दें कि इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हो गए थे. डॉ उमर उन नबी फिदायनी बॉम्बर था. उसने कार ब्लास्ट में खुद को उड़ा लिया था. इस मामले में छापेमारी जारी है. सुरक्षा एजेंसियां धमाके के मामले में लगातार जांच कर रही है. स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कई राज्यों में लगातार छापेमारी जारी है. आइए जानते हैं मामले से जुड़े पांच बड़े अपडेट. 

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1. ड्यूटी रोस्टर की जिम्मेदारी के दौरान डॉ.उमर से शोएब की नजदीकी काफी बढ़ गई थी. उसने कई बार उसकी मदद की थी. शोएब से पूछताछ में पता चला है ​कि उसने उमर को कई बार लॉजिस्टिक सपोर्ट किया था.  

2.  पूछताछ में सामने आया है कि अल फलाह अस्पताल के करीब मस्जिद में डॉ.शाहीन और मुजम्मिल का निकाह हुआ था. शाहीन ने जैश मॉड्यूल के लिए जकात के जरिए 28 लाख रुपये जुटाए थे.  

3. शाहीन जिन डॉक्टरों को आतंकी नेटवर्क में शामिल होने के लिए तैयार करती थी, उन्हें दुबई, थाईलैंड और अन्य देशों में ट्रेनिंग मिलती थी. शाहीन के संपर्क में अधिकतर लोगों को विभिन्न तरह के बम बनाने की ट्रेनिंग ली थी 

4. डेड ड्रॉप ईमेल के माध्यम से डॉक्टर मॉड्यूल का संचार नेटवर्क बना था. ऐसे में इसकी ट्रेसिंग मुश्किल थी. इस संचार को उपयोग आतंकी व जासूसी नेटवर्क में होता है. ये सिर्फ ईमेल ही नहीं, बल्कि Threema, Telegram जैसे सुरक्षित और मुश्किल से ट्रेस होने वाले ऐप्स का भी उपयोग किया गया था. 

5. छापों के दौरान पुलिस को दिल्ली के करीब इनके किराए के ठिकानों से करीब 3 हजार किलो विस्फोटक बरामद हुआ था. बम बनाने की सामग्री, एक राइफल और गोला-बारूद भी मिला था. सूत्रों के हवाले से सामने आया है कि ये लोग मुजम्मिल के अल-फलह यूनिवर्सिटी के कमरे में बैठकर दिल्ली में योजना तैयार कर रहे थे. 

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