Marburg virus: कोरोना वायरस के बाद नए-नए वायरस सामने आ रहे हैं जिसमें लोगों की मौत हो रही हैं. अब ऐसे ही एक वायरस ने पूरी दुनिया में नींद उडा दी जिसने अफ्रीकी देश रवांडा में 15 जान ले ली है. इस वायरस को लेकर दिल्ली में एक्सपर्ट से बात की गई.
दुनिया भर में इन दिनों एक नए वायरस को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. "मार्बग" नाम का ये वायरस, जिसे आम भाषा में ब्लीडिंग आई डिजीज भी कहा जाता है , इन दिनों अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा हैं. रिपोर्ट के अनुसार, रवांडा में अब तक 66 मामले सामने आए है और 15 लोगों की मौत हो चुकी हैं.
चमगादड़ों से लोगों में फैलती है बीमारी
इस बारे में सर गंगाराम हॉस्पिटल के Opthalmology डिपार्टमेंट में एसोसिएट कंसल्टेंट डॉक्टर अनीता गांगर से बात की गई. एक्सपर्ट की मानें तो इस बीमारी में मृत्यु दर 24% से 88% तक दर्ज की गई हैं. ये मुख्य तौर पर चमगादड़ों से लोगों में फैलती है. इसके साथ ही मनुष्य से मनुष्य में भी फैल सकती है.
वायरस से प्रभावित होने के लक्षण
शुरुआती लक्षणों में बुखार होना, अचानक ठंड लगना , शरीर में दर्द होना होता है. कुछ दिनों बाद आंखों का लाल होना, शरीर में लाल रैश होना, चकता बनना जैसे लक्षण शामिल होते हैं. उसके बाद मसूड़ों से खून आना, नाक से खून आना, उल्टी से खून आना, जिसके चलते हेमरेज और किडनी फेल होने की संभावना बढ़ जाती है. कुछ मामलों में स्ट्रोक आने पर मरीज की मौत हो सकती है.
समय पर पता लग गया तो बच सकती है जान
समय पर लक्षण पकड़ में आने पर इसे रोका जा सकता हैं. फिलहाल इस बीमारी का कोई अलग से उपचार मौजूद नहीं हैं. इसलिए इस मामले में बचने के लिए सुरक्षा ही सबसे सटीक हथियार है.