महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे देश भर के केंद्र कर्मचारी और पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है. सब कुछ ठीक रहा तो भत्ते और महंगाई राहत में 4% तक बढ़ोतरी हो सकती है. इससे केंद्र कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनर्स के पेंशन में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. सब ठीक रहा तो केंद्रीय कर्मचारियों को नवरात्रि पर डीए का तोहफा मिल सकता है. अब तक के पैटर्न से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दूसरी छमाही के डीए पर सरकार सितंबर के आखिरी या अक्टूबर के पहले हफ्ते में फैसला कर सकती है.
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान अभी नहीं हुआ
इस साल 22 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है और विजय दशमी 2 अक्टूबर को है. ऐसे में यह संभव है कि 2 अक्टूबर तक डीए पर फैसला लिया जाए. अगर अक्टूबर में डीए पर फैसला होगा तो 30 या 31 अक्टूबर को केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी के साथ भुगतान कर दिया जाएगा. महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान अभी नहीं हुआ है. लेकिन जब भी इसका ऐलान होगा लागू 1 जुलाई 2025 से ही माना जाएगा. ऐसे में उन्हें एरियर भी मिलेगा. आपको बता दें कि सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता साल में दो बार बढ़ोतरी की जाती है. एक बार जनवरी और एक बार जुलाई में. हालांकि हर बार मोदी सरकार दूसरी बार यानी जुलाई में बढ़ने वाले महंगाई भत्ते का भुगतान नवरात्रि और दिवाली के आसपास करती है. लेकिन इस बार लेकिन इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि यह थोड़ा पहले मिल सकता है.
कैसे होगी वृद्धि
आपको बता दें कि महंगाई भत्ते का गणना कर्मचारियों के मूल वेतन के आधार पर होता है. एक कैलकुलेशन के मुताबिक डीए में 4% की बढ़ोतरी होने से ₹18,000 की बेसिक सैलरी वाले केंद्र कर्मचारियों को ₹720 प्रति महीने और ₹8,640 सालाना के हिसाब से फायदा होगा. वहीं अगर कैबिनेट सेक्रेटरी समेत अन्य उच्च लेवल के अधिकारी जिनकी बेसिक सैलरी ₹59,900 प्रति महीना है उन्हें ₹2276 मासिक और ₹27,312 सालाना की दर से फायदा हो सकता है. आपको बता दें कि 2016 में सातवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद से महंगाई भत्ते की दरों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. साल 2016 में महंगाई भत्ता शून्य था या कहें 0% था और जनवरी 2025 तक यह 55% तक पहुंच गया था.