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Coronavirus: भारत में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामलों में रफ्तार पकड़ती दिख रही है. यही वजह है कि लोगों में डर का माहौल बन गया है. दरअसल इस डर की बड़ी वजह दिल्ली में हुई कोरोना के नए वैरिएंट से मौत भी है. नए वेरिएंट को लेकर अब तक कहा जा रहा था कि इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन राजधानी में एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया है. ऐसे में लोगों में चिंता भी बढ़ गयी है. वहीं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, 30 मई 2025 की सुबह तक देश में कुल 2,710 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट का बयान भी सामने आया है.
विशेषज्ञों की मानें यह कोई गंभीर लहर नहीं है, बल्कि वायरस का एक सामान्य चक्र है. ऐसे में अभी घबराने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने साफ किया है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि, कोरोनावायरस अब हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है. हम समय-समय पर इसके मामलों में बढ़ोतरी देखेंगे, लेकिन अब संक्रमण का स्वरूप हल्का है.
उन्होंने यह भी बताया कि टीकाकरण और प्राकृतिक प्रतिरक्षा के चलते अब लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बेहतर हो चुकी है, जिससे गंभीर लक्षणों की संभावना बहुत कम हो गई है.
एंटीबायोटिक का प्रयोग
डॉ. स्वामीनाथन ने एंटीबायोटिक दवाओं के अनावश्यक प्रयोग पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि, कोविड-19, इन्फ्लुएंजा या अन्य वायरल संक्रमणों में एंटीबायोटिक्स का कोई असर नहीं होता. इनका उपयोग केवल तभी करें जब डॉक्टर द्वितीयक बैक्टीरियल संक्रमण की पुष्टि करें.
इसके स्थान पर उन्होंने लोगों को लक्षणात्मक इलाज जैसे गरारे, गर्म पेय पदार्थ और आराम करने की सलाह दी है.
किस राज्य में क्या है हालात
भारत के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 की स्थिति अलग-अलग है. लेकिन सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं. यहां 1,147 सक्रिय मामले अब तक दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां (424) केस सामने आए हैं, दिल्ली (294) और गुजरात (223) में भी मामले बढ़ रहे हैं.
महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में 84 नए मामले सामने आए हैं, जिससे इस वर्ष की कुल संक्रमण संख्या 681 हो गई है, और 467 सक्रिय मामले वर्तमान में दर्ज हैं.
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संक्रमण के लक्षण और सतर्कता के उपाय
हाल के मामलों में अधिकांश संक्रमितों को हल्का बुखार, गले में खराश, खांसी और थकान जैसे सामान्य लक्षण देखे गए हैं। कुछ मामलों में तो कोई लक्षण भी नहीं हैं. ऐसे में ज़रूरी है कि लोग सतर्क रहें लेकिन घबराएं नहीं.
- भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें
- हाथों को नियमित रूप से धोते रहें
- कोविड के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- संक्रमित होने पर स्वयं को आइसोलेट करें
जिम्मेदारी और जागरूकता का समय
कोविड-19 का बढ़ना चिंता का कारण हो सकता है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति पूर्व लहरों की तरह गंभीर नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता, जागरूकता और सही इलाज से हालात पूरी तरह नियंत्रण में रखे जा सकते हैं.
क्या लग सकता है लॉकडाउन
जानकारों की मानें तो अभी लॉकडाउन जैसे हालात नहीं हैं. कोरोना पूरी तरह नियंत्रित है. भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. यही नहीं बूस्टर डोज के सवाल पर भी जानकार कह रहे हैं कि फिलहाल इसकी जरूरत नहीं है. हालांकि बुजुर्गों को जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं उन्हें थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है.
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