Coronavirus: कोरोना वायरस महामारी का खतरा एक बार फिर बढ़ता दिखाई दे रहा है. दुनिया के साथ-साथ भारत में कोविड-19 के केसों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. खास तौर पर कुछ राज्यों ने तो चिंता बढ़ा दी है. इस बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है. अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. बता दें कि केरल से लेकर हरियाणा, महारष्ट्र, गुजरात में कई केस सामने आ चुके हैं. वहीं दक्षिण राज्यों में कोविड-19 के मामलों ने दस्तक दे दी है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों में डर का माहौल है ऐसे में क्या एक बार फिर बूस्टर डोज की जरूरत पड़ेगी या फिर लॉकडाउन लगने की कितनी संभावना है. आइए जानते हैं.
भारत में कोरोना की क्या स्थिति
भारत में कोविड-19 के मामलों में सबसे आगे फिलहाल केरल चल रहा है. केरल में अब तक 182 केस सामने आ चुके हैं. जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र बताया जा रहा है जहां 132 केस दर्ज किए गए हैं इनमें सबसे ज्यादा केस आर्थिक राजधानी मुंबई के हैं. यहां 60 से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि दो लोगों की मौत भी हो गई है.
वहीं गुजरात में भी हाल में अहमदाबाद में 26 नए मामले दर्ज किए गए. इसके अलावा हरियाणा में अब तक 3 केस दर्ज किए गए हैं इनमें गुरुग्राम और फरीदाबाद शामिल है. जबकि दिल्ली में भी 5 मा्मले सामने आए हैं. दक्षिण भारत की बात करें तो तमिलनाडु में 12 नए केस सामने आए हैं. वहीं कर्नाटक में भी 16 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं.
क्या फिर पड़ेगी बूस्टर डोज की जरूर
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह सवाल हर किसी के जहन में है कि क्या एक बार फिर बूस्टर डोज लगाने की जरूरत पड़ेगी. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है जैसे बुजुर्ग, बच्चे या फिर जिन्हें डायबिटीज, कैंसर, अस्थमा जैसी बीमारियां हैं उन्हें बूस्टर डोज लेने की सलाह दी जा सकती है.
हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां पर ऐसे लोगों को बूस्टर डोज दिए जा रहे हैं जिनकी इम्युनिटी कमजोर है. या फिर जिन लोगों की लास्ट वैक्सीन को 6 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है.
डरने की जरूरत नहीं
यही नहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अब कोरोना जैसी बीमारी पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के मुताबिक XBB.1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर वैक्सीन जेएन1 वैरिएंट के खिलाफ 19 से 40 प्रतिशत कर सिक्योरिटी दे सकती है. यानी अब हमारे पास इस तरह के वैक्सीन है जो इस बीमारी के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है. बस सावधानी और सतर्कता रखना होगी.
क्या लॉकडाउन की बन रही संभावना
फिलहाल इस तरह के कोई हालात नहीं बन रहे हैं. भारत में कोरोना काफी हद तक नियंत्रण में है. इसको लेकर हेल्थ एडवाइजरी भी जारी की जा रही हैं. वहीं देशभर में वैक्सीनेशन भी पूरा हो चुका है. बूस्टर डोज भी दिए जा चुके हैं. लिहाजा इस बार पैनडेमिक जैसी स्थिति बनती नहीं दिख रही जो बताती है लॉकडाउन जैसे हालात फिलहाल तो बिलकुल भी नहीं हैं.
यह भी पढ़ें - Coronavirus Cases In India: कोरोना के मामलों से बढ़ा लॉकडाउन का खतरा, इन राज्यों और शहरों ने दिया टेंशन