Coronavirus: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 1010 तक पहुंच चुकी है, हालांकि सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है. लेकिन कुछ राज्यों में जिस तेजी से नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है वह लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है. खास तौर पर बुजुर्ग और बच्चों के लिए ये वक्त संभलने का है. यही नहीं लोगों को लॉकडाउन लगने का भी डर सता रहा है, क्योंकि इन इलाकों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ गई है. हालांकि एक्सपर्ट्स फिलहाल लॉकडाउन की संभावनाओं से इनकार कर रहे हैं.
केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस
वर्तमान में केरल कोरोना के मामलों में सबसे आगे है, जहां 430 एक्टिव केस हैं. इसके बाद महाराष्ट्र में 208 मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में 104, कर्नाटक में 100, और गुजरात में 83 केस रिपोर्ट किए गए हैं. अन्य राज्यों की बात करें तो राजस्थान में 32, उत्तर प्रदेश में 30, मध्य प्रदेश में 5, और आंध्र प्रदेश में 2 एक्टिव केस हैं.
कोरोना से हुईं 11 मौतें
महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से 11 मौतों की पुष्टि हुई है, जिससे देशभर में कुल मृतकों की संख्या 12 हो गई है. उत्तर प्रदेश के फिरोजपुर जिले में कोरोना से एक मरीज की मौत हुई है, जो राज्य में इस वर्ष की पहली मृत्यु है.
नए वेरिएंट्स: JN.1, NB.1.8.1 और LF.7
भारत में वर्तमान में सबसे अधिक पाया जाने वाला वेरिएंट JN.1 है. जांचे गए सैंपल में अधिकांश में यही वेरिएंट पाया गया है। यह वेरिएंट इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है और संक्रमण कुछ हफ्तों तक रह सकता है. इसके अलावा दो अन्य वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की निगरानी जारी है. हालांकि, इन वेरिएंट्स को फिलहाल चिंता का कारण नहीं माना गया है.
राज्य सरकारों की सक्रियता
बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं. राजस्थान सरकार ने कहा है कि अनावश्यक घबराहट न फैलाएं और सावधानी बरतें. स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर ने बताया कि कोई नई गाइडलाइन नहीं जारी की गई है क्योंकि मौजूदा वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं है.
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि लैब असिस्टेंट, ओटी तकनीशियन, डेटा एनालिस्ट जैसे पदों पर योग्यता के आधार पर नियुक्तियां की जाएंगी ताकि किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से बेहतर तरीके से निपटा जा सके.
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
हालांकि कोरोना की लहर उतनी गंभीर नहीं है जितनी पहले थी, लेकिन लगातार बढ़ते मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. मास्क पहनना, भीड़ से बचना और हाथों की सफाई जैसे उपाय अपनाकर हम खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं.
यह भी पढ़ें - DDA Housing Flats: जेब में हैं 50 हजार तो दिल्ली खरीद सकते हैं घर, सरकार दे रही मौका, ये रही सारी जानकारी