बिहार के बेगुसराय में राहुल गांधी ने संविधान को लेकर एक ऐसी टिप्पणी की है, जिस पर बखेड़ा खड़ा हो चुका है. यहां पर राहुल गांधी ने एक संविधान बचाओ कार्यक्रम में कहा कि यह अहम दस्तावेज 1000 साल पुराना है, यह 1947 में नहीं बना. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं मालूम है कि 1947 में संविधान नहीं बना था. उस समय सिर्फ संविधान सभा की कार्यवाही आरंभ हुई थी.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह अहम दस्तावेज 'हजारों वर्ष पुराना' है. इसमें बी.आर. अंबेडकर, महात्मा गांधी, गुरु नानक, जवाहरलाल नेहरू और संत कबीर के विचार भी हैं. इस टिप्पणी के बाद भाजपा ने राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की है. पार्टी का कहना है कि यह देश के लिए शर्मनाक है. इस पर किसी अन्य विपक्षी नेता ने आपत्ति नहीं जताई.
संविधान दिवस के रूप में घोषित किया
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपने ज्ञान से देश को स्तब्ध कर देते हैं. त्रिवेदी ने कहा, 'राहुल गांधी को यह नहीं पता है कि 1947 में संविधान नहीं बना था. उस समय तो मात्र संविधान सभा की कार्यवाही आरंभ हुई थी. 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंतिम रूप दिया गया. ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने उस दिन को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया.'
भाजपा प्रवक्ता के अनुसार, 'ऐसे गुमराह हो रहे युवाओं को समझाने के लिए संविधान दिवस की जरूरत थी. कांग्रेस ने संविधान दिवस का स्वागत नहीं किया. अप्रत्यक्ष रूप से इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह नहीं जानते कि संविधान कब बना बल्कि यह दावा करते हैं कि यह एक हजार साल पुराना है.
कांग्रेस 55 से अधिक चुनाव गवां चुकी है
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी का मजाक उड़ाया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी आत्मकथा लिखी जाए तो उसका शीर्षक 'फेल्योर टू लॉन्च' होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज कांग्रेस पार्टी की अगुवाई कर रहे हैं. इन्हें यह पता नहीं कि संविधान कब लिखा और लागू कब किया गया. शेरगिल के अनुसार, उनके नेतृत्व में कांग्रेस 55 से अधिक चुनाव गवां चुकी है. 400 से अधिक कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ चुके हैं."
संविधान के बारे में जानकारी नहीं
भाजपा नेता अजय आलोक का कहना है कि यह काफी शर्मनाक है. पीएम बनने का सपना देखने वाले विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संविधान के बारे में बिल्कुल नहीं मालूम है. आलोक ने कहा कि वे लगातार संविधान की बात करते हैं, लेकिन उसे समझते तक नहीं हैं. हमारा संविधान 1947 में बना था. यह हजारों साल पुराना है. यह किस तरह का ज्ञान है? वे जहर को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. उनमें कोई बौद्धिक क्षमता नहीं है, इसे बाद भी वे विपक्ष का नेतृत्व कर रहे हैं. यह भारत के लिए शर्मनाक है."
संविधान पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर खड़ा हुआ विवाद, भाजपा ने कहा-यह शर्मनाक है
बिहार के बेगुसराय में राहुल गांधी ने संविधान को लेकर एक बयान देने पर विवाद खड़ा हो गया है. राहुल गांधी ने कहा कि यह अहम दस्तावेज 1000 साल पुराना है. यह 1947 में नहीं बना. इस पर भाजपा भड़क उठी है.
rahul gandhi (ani)
बिहार के बेगुसराय में राहुल गांधी ने संविधान को लेकर एक ऐसी टिप्पणी की है, जिस पर बखेड़ा खड़ा हो चुका है. यहां पर राहुल गांधी ने एक संविधान बचाओ कार्यक्रम में कहा कि यह अहम दस्तावेज 1000 साल पुराना है, यह 1947 में नहीं बना. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं मालूम है कि 1947 में संविधान नहीं बना था. उस समय सिर्फ संविधान सभा की कार्यवाही आरंभ हुई थी.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह अहम दस्तावेज 'हजारों वर्ष पुराना' है. इसमें बी.आर. अंबेडकर, महात्मा गांधी, गुरु नानक, जवाहरलाल नेहरू और संत कबीर के विचार भी हैं. इस टिप्पणी के बाद भाजपा ने राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की है. पार्टी का कहना है कि यह देश के लिए शर्मनाक है. इस पर किसी अन्य विपक्षी नेता ने आपत्ति नहीं जताई.
संविधान दिवस के रूप में घोषित किया
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपने ज्ञान से देश को स्तब्ध कर देते हैं. त्रिवेदी ने कहा, 'राहुल गांधी को यह नहीं पता है कि 1947 में संविधान नहीं बना था. उस समय तो मात्र संविधान सभा की कार्यवाही आरंभ हुई थी. 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंतिम रूप दिया गया. ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने उस दिन को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया.'
भाजपा प्रवक्ता के अनुसार, 'ऐसे गुमराह हो रहे युवाओं को समझाने के लिए संविधान दिवस की जरूरत थी. कांग्रेस ने संविधान दिवस का स्वागत नहीं किया. अप्रत्यक्ष रूप से इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह नहीं जानते कि संविधान कब बना बल्कि यह दावा करते हैं कि यह एक हजार साल पुराना है.
कांग्रेस 55 से अधिक चुनाव गवां चुकी है
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी का मजाक उड़ाया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी आत्मकथा लिखी जाए तो उसका शीर्षक 'फेल्योर टू लॉन्च' होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज कांग्रेस पार्टी की अगुवाई कर रहे हैं. इन्हें यह पता नहीं कि संविधान कब लिखा और लागू कब किया गया. शेरगिल के अनुसार, उनके नेतृत्व में कांग्रेस 55 से अधिक चुनाव गवां चुकी है. 400 से अधिक कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ चुके हैं."
संविधान के बारे में जानकारी नहीं
भाजपा नेता अजय आलोक का कहना है कि यह काफी शर्मनाक है. पीएम बनने का सपना देखने वाले विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संविधान के बारे में बिल्कुल नहीं मालूम है. आलोक ने कहा कि वे लगातार संविधान की बात करते हैं, लेकिन उसे समझते तक नहीं हैं. हमारा संविधान 1947 में बना था. यह हजारों साल पुराना है. यह किस तरह का ज्ञान है? वे जहर को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. उनमें कोई बौद्धिक क्षमता नहीं है, इसे बाद भी वे विपक्ष का नेतृत्व कर रहे हैं. यह भारत के लिए शर्मनाक है."