पीएम मोदी की कैबिनेट ने उत्तराखंड को बड़ा तोहफा दिया है. कैबिनेट ने यात्रा को सुगम बनाने के लिए नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम-पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है. इसकी कुल लागत 4,081.28 करोड़ रुपये है. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि इससे सबसे बड़ा लाभ आम जनता को होने वाला है. यहां पर मौजूदा समय में 8-9 घंटे लगने वाली यात्रा अब घटकर 36 मिनट की हो जाएगी.
केंद्रीय कैबिनेट ने पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब को जोड़ने का प्रयास किया है. यहां पर भी 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना के डेवलेपमेंट को मंजूरी दी गई है. इसके अलावा पशु औषधि घटक को शामिल किया है. पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम के संशोधन को मंजूरी मिल गई है. टीकाकरण, निगरानी और स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन के जरिए पशुधन रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में सहायता के लिए योजना तैयार की गई है.
सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विकसित किया जाएगा
कैबिनेट की बैठक में निर्णय गया है कि रोपवे को सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विकसित किया जाएगा. इसे ट्राई-केबल डिटैचेबल गोंडोला (3एस) तकनीक के आधार तैयार किया गया है.
इससे शुरू होने से रोजना 18 हजार यात्री को लाभ मिलेगा. यह परियोजना केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए काफी लाभकारी होगी. पर्यावरण के अनुकूल होने वाली ये परियोजना यात्रा में काफी समय बचाएगी.
सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी यात्रा रोपवे से होगी. इस परियोजना पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि कुल लागत 4,081.28 करोड़ रुपये होगी. इसका बड़ा लाभ होगा. सबसे बड़ा फायदा होगा कि अभी जो यात्रा 8-9 घंटे में पूरी होती है. यह अब 36 मिनट की होगी. 36 यात्रियों के एक साथ बैठने की क्षमता होगी.
12.4 किलोमीटर लंबा सफर होगा तय
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब के 12.4 किलोमीटर लंबे सफर पर भी रोपवे परियोजना शुरू होगी. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि डीबीएफओटी (डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर) मोड पर इसे तैयार किया गया है.
इसकी लगात 2,730.13 करोड़ रुपये की होगी. इससे हेमकुंड साहिब आने वाले तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी में आने पर्यटकों को लाभ मिलेगा. इस तरह से किसी भी मौसम में गोविंदघाट और हेमकुंड साहिब जाया जा सकेगा.