पाकिस्तान लगातार सीमा पर गोलीबारी कर रहा है. वह संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. वहीं कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता सेना को निशाना बनाकर बयानबाजी कर रहे हैं. भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, एक ओर कांग्रेस और भारत के नेता कहते हैं कि वे सरकार के संग हैं. लेकिन दूसरी तरफ उनके नेता देश के खिलाफ बयानबाजी देते हैं. सशस्त्र बलों का मनोबल गिराते हैं. यह वैसा ही है जैसा पाकिस्तान करता है. मगर अपनी भूमिका से इनकार करता है. पाकिस्तान इस मामले में भारत से कहीं अधिक मजबूत है कि वहां कोई भी विपक्षी नेता सेना का मनोबल गिराने वाला बयान नहीं दे रहा लेकिन भारत में ऐसे बयानों की लाइन लगी हुई है.
कांग्रेस पार्टी को अपने किए पर गौर करने की आवश्यकता
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'पाकिस्तान में अगर कोई सत्र या सर्वदलीय बैठक बुलाई जा रही है तो वहां कोई भी राजनीतिक दल सेना या सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहा है, न तो प्रत्यक्ष रूप से, न ही अप्रत्यक्ष रूप से, न ही खुलकर और न ही व्यंग्यात्मक रूप से. मगर यहां पर लगातार इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं. ऐसे में वे साफ तौर पर कहते हैं कि देश की जनता को यह समझने की जरूरत है और कांग्रेस पार्टी को अपने किए पर गौर करने की आवश्यकता है. इन चंद नेताओं को पाकिस्तानी सेना के लिए चीयरलीडर की भूमिका निभाना बंद करना चाहिए'.
धार्मिक भावनाओं का सम्मान होता है
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, 'वह कांग्रेस पार्टी को बताना चहाते हैं कि यह बिल्कुल सच है. जब राफेल आया तो हमारे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस गए. उस पर स्वास्तिक बनाया. शायद उन्हें यह पता नहीं है कि भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक नियुक्त हैं. जब सैनिक युद्ध में जाते हैं, तो उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान होता है. उनकी परंपराओं के अनुसार, अनुष्ठान आयोजित होते हैं. वे कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हैं कि वे यहां क्या मजाक कर रहे हैं? क्या वे सिर्फ इसलिए हिंदू धार्मिक भावनाओं का मजाक उड़ा रहे हैं, क्योंकि राफेल पर स्वास्तिक बनाया गया था? वहीं पाकिस्तानी सेना कलमा पढ़ने की बात करती है. ये लोग हिंदू धार्मिक भावनाओं का मजाक उड़ा रहे हैं. उन्हें यह पता होना चाहिए कि भारतीय सेना में कई रेजिमेंट हैं और उनके युद्ध के नारे पूरी तरह से धार्मिक भावनाओं पर आधारित हैं'.