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वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार को कानपुर में निधन हो गया. देर रात तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उनके स्वजन हृदय रोग संस्थान ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनके निधन की खबर आते ही राजनीतिक और सामाजिक जगत में गहरा शोक फैल गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत नेता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार को इस अपार दुख से उबरने की शक्ति देने की प्रार्थना की.
स्थानीय राजनीति से राष्ट्रीय स्तर तक की मजबूत पकड़
कानपुर में जन्मे श्रीप्रकाश जायसवाल ने 1989 में महापौर के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. महापौर रहते उन्होंने न सिर्फ शहर में अपनी पहचान बनाई, बल्कि कांग्रेस संगठन में अपनी पकड़ भी मजबूत की. उनकी सादगी और जमीनी शैली के कारण वे स्थानीय जनता के बीच बेहद लोकप्रिय रहे. 2000 से 2002 तक वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने की दिशा में कई अहम पहल कीं.
Former Union Minister and Congress leader Shriprakash Jaiswal passed away today in Kanpur after a prolonged illness
— ANI (@ANI) November 28, 2025
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तीन बार सांसद और 10 साल तक केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
श्रीप्रकाश जायसवाल पहली बार 1999 में कानपुर से लोकसभा सदस्य चुने गए. इसके बाद 2004 और 2009 में लगातार दो बार फिर जीत दर्ज की और कुल 15 वर्षों तक कानपुर का प्रतिनिधित्व किया. यूपीए-1 सरकार में उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया, जहां उन्होंने 2004 से 2009 तक आतंरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण पदभार संभाले. यूपीए-2 में उन्हें कोयला मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसे उन्होंने 2011 से 2014 तक निभाया. केंद्र में रहते हुए उन्होंने कानपुर के कई विकास कार्यों को गति दी.
कानपुर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान
कानपुर के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट लाने का श्रेय भी श्रीप्रकाश जायसवाल को दिया जाता है. औद्योगिक शहर की जरूरतों और समस्याओं को उन्होंने बार-बार संसद और मंत्रालयों में उठाया. सड़क, उद्योग और स्वास्थ्य से जुड़े कई काम उनके प्रयासों से पूरे हुए. उनकी कार्यशैली हमेशा जनसरोकारों से जुड़ी रही, जिससे वे अपने क्षेत्र में एक विश्वसनीय नेतृत्व के रूप में पहचाने गए.
नेताओं की श्रद्धांजलि और जनता की भावुक विदाई
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जायसवाल का योगदान न सिर्फ कानपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमूल्य रहा है. सरल स्वभाव, सौम्य नेतृत्व और जनता के लिए समर्पण ये गुण उन्हें हमेशा यादगार बनाए रखेंगे. श्रीप्रकाश जायसवाल के निधन से कानपुर ने एक अनुभवी, मिलनसार और विकासशील सोच वाले जननेता को खो दिया है.
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