/newsnation/media/media_files/wZVKBxrFCkTjrvKzF2Dc.jpg)
CM Mamata Banerjee (ANI)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को उत्तर 24 परगना के बारासात में प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया. वे बनगांव एसआईआर के खिलाफ रैली को संबोधित करके लौट रही थी. प्रदर्शनकारियों ने सीएम से न्याय की मांग की. इसके बाद ममता बनर्जी कार से उतरीं और मृतक के परिजनों से मुलाकात की. मृतक के परिजनों ने बारासात मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पर आंख निकालने का आरोप लगाया.
परिवार के सदस्य को नौकरी
प्रदर्शनकारी प्रीतम घोष के परिजन थे. प्रदर्शनकारी मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. घोष की बारासात राज्य सामान्य अस्पताल में मौत हो गई थी. परिवार ने दावा किया कि घोष की आंखें बंद थीं. सीएम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात करके न्याय के लिए आश्वस्त किया. सीएम ने मुख्यमंत्री कोटे से परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया.
सीएम ने कहा कि मैंने जांच के निर्देश दे दिए हैं. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी. हम पीड़ित परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे.
अब जानें क्या है पूरा मामला
कुछ दिन पहले प्रीतम घोष को बारासात स्टेट जनरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इलाज के दौरान, उनकी मौत हो गई. परिजनों ने दावा किया कि उनकी दोनों आंखे गायब हैं, जिसके बाद से परिजन और इलाके के लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे थे.
एसआईआर के विरोध में रैली
बता दें, ममता बनर्जी ने मंगलवार को एसआईआर के विरोध में एक रैली आयोजित की थी. यहां उन्होंने दावा किया कि एसआईआर के नाम पर बंगाल के लोगों को डराया था. एसआईआर को राजनीतिक मकसद से किया जा रहा है.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us