Civil Mock Drill: भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारी तनाव बना हुआ है. इस बीच बुधवार (7 मई) को देश के 244 जिलों में सिविल मॉक ड्रिल होने वाली है. जिसे लेकर गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को आदेश दिया गया है. मॉक ड्रिल के दौरान चिन्हित शहरों में ब्लैकआउट किया जाएगा. जिसने एक बार फिर से 1971 के युद्ध की याद दिला दी है. जिसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल ने अपना अनुभव साझा किया.
क्या बोले कांग्रेस नेता जयप्रकाश अग्रवाल?
कांग्रेस नेता जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा, "तब मैं 25 साल का था शाम का वक्त रहा होगा साल 1971 की बात है अचानक से लाइट चली गई और एक तरह का सायरन बजने लगा. किसी को कुछ पता ही नहीं चला, लोग डर और खौफ के साए में डूब गए. बिना बताए यह सब कुछ हुआ, थोड़ी ही देर में गलियों में और तमाम जगहों पर पुलिस दिखने लगी. उसके बाद बताया गया कि भारत-पाकिस्तान में लड़ाई हो गई है इसलिए इस तरह की से ब्लैकआउट किया जा रहा है."
1961 भारत-चीन युद्ध के दौरान भी हुआ था ब्लैकआउट
इसके साथ ही उन्होंने भारत चीन युद्ध के दौर को भी याद किया. उन्होंने कहा, 'चीन के साथ युद्व की डरावनी रात पता है मुझे. उस समय भी ब्लैकऑउट हुआ था लेकिन छुपने के लिए हाईडआउट्स बनाए गए थे और चांदनी चौक में बंकर भी बनाए गए थे ताकि लोगों को हवाई हमलों से बचाया जा सके.
1971 में कुछ बताया नहीं गया था- कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा, "हम लोग बहुत डरे और सहमे हुए थे क्योंकि किसी को पता नहीं था कि क्या होने वाला है लोगों को ऐसा लगता था कि कहीं हमारे ऊपर ही बम ना गिर जाए. इसलिए जिस तरह के एतिहाद बढ़ाने को कहा गया हम सब लोगों ने उसका पालन किया."
उन्होंने कहा, 'प्रतिदिन शाम के 7:00 बजते बजते सायरन बजता था और उसके बाद सारी बत्ती गुल हो जाती थी. लोगों को इस बात की हिदायत थी कि कम से कम बिजली का इस्तेमाल करें. घर के बाहरी लाइट बंद कर दिए जाते थे और अंदर वाली भी जो लाइट थी वह भी. जो जरूरत होती थी सिर्फ वही जलाई जाती थीं. यह पूरे 15 दिनों तक चला और उसके बाद जब हिंदुस्तान जंग जीत गया फिर ब्लैकआउट खत्म हुआ.'
कांग्रेस के पूर्व सांसद जयप्रकार अग्रवाल ने कहा कि, 'हमें कुछ पता नहीं था इसलिए हम ज्यादा डरे हुए थे आज की बदली हुई परिस्थितियों में लोगों को यह जानना जरूरी है कि आखिरकार इसकी जरूरत क्यों है और अगर ऐसा कुछ होता है तो उन्हें क्या करना है. ऐसे में जो भी ब्लैकआउट हो रहा है. वह आज की जनरेशन को समझना जरूरी है.'