चीन और ताइवान के बीच कई दशकों से सैन्य टकराव चल रहा है. पिछले साल चीन ताइवान की घेराबंदी लगातार बढ़ता जा रहा था. अब खबर यह आ रही है कि चीन ने ताइवान पर कब्जे का प्लान तैयार कर लिया है. चीन ने वो डेडलाइन भी तय कर दी है. जब इस ऑपरेशन को पूरा कर लिया जाएगा. ताइवान के खिलाफ चीन का क्या है प्लान. क्या चीन ने ताइवान पर हमले की तैयारी पूरी कर ली है. क्या पीएलए ने ताइवान की घेराबंदी का प्लान बना लिया है. क्या चीन ने ताइवान पर कब्जे की तारीख तय कर ली है.
चीन कैसे ताइवान की घेराबंदी करेगा
पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए के टॉप सर्किल में इस बात की सुबुगाहट है कि ताइवान पर कब्जे का सपना जल्द पूरा होने वाला है. कहा जा रहा है कि अक्टूबर 2027 तक चीन ताइवान पर कब्जा कर लेगा. चीन कैसे ताइवान की घेराबंदी करेगा. चीन की सेना का प्लान क्या है. एक-एक बात आपको बताएंगे, लेकिन पहले यह जान लीजिए कि चीन ने ताइवान पर कब्जा करने के लिए 2 साल बाद का वक्त क्यों तय किया है. दरअसल करीब 26 लाख एक्टिव सैनिकों वाली पीएलए के आधुनिकीकरण के लिए साल 1990 से कोशिश की जा रही है. साल 2027 तक चीन की सेना यानी पीपल्स लिबरेशन आर्मी वैश्विक ताकत बन जाएगी, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक इंटीग्रेटेड जॉइंट ऑपरेशंस और लॉजिस्टिक नेटवर्क शामिल होगा. इसके बाद ताइवान पर कब्जे के लिए आखिरी लड़ाई छेड़ी जाएगी, जिसका प्लान तैयार हो चुका है.
क्या है शी जिनपिंग का प्लान
राष्ट्रपति शी उनके ऊपर क्रैकडाउन कर रहे हैं. लेकिन शी को भी पता है कि इस क्रैकडाउन का मतलब है कि उनकी अलोकप्रियता का और ज्यादा बढ़ना और इसी से अपने आप को दूर रखने के लिए वो दो तरह से काम कर रहे हैं. एक तो वर्ल्ड जिओपॉलिटिक्स में बहुत ज्यादा इंटरफेयर कर रहे हैं और दूसरे इंटरनल मैटर्स के ऊपर एक नया प्लान ला रहे हैं.