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Mumbai Attack (NN)
पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उनके मन में आया कि पाकिस्तान से बदला लिया जाए लेकिन उस वक्त की कांग्रेस सरकार ने सैन्य कार्रवाई न करने का फैसला किया है.
मुंबई आतंकी हमले के 17 साल बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को एक इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू में चिदंबरम ने कहा कि सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई न करने का फैसला किया इंटरनेशनल प्रेशर और विदेश मंत्रालय के रुख के वजह से लिया था. बता दें, मुंबई हमले में 175 लोगों की मौत हुई थी और 10 आतंकियों ने 60 घंटे तक मुंबई की सड़कों, ताज होटल, रेलवे स्टेशन, कामा अस्पताल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया था. उन्होंने वहां अंधाधुंध फायरिंग की.
चिदंबरम ने कहा- पूरी दुनिया हमें रोकने लगी थी
चिदंबरम ने कहा कि भारत पर उस वक्त पूरी दुनिया का दबाव था. युद्ध नहीं करने के बारे में दुनिया भर के देश हमें समझा रहे थे. तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री दिल्ली तक आईं. उन्होंने सरकार ने कहा कि कृप्या कोई कार्रवाई मत करिएगा लेकिन मेरे मन में प्रतिशोध की भावना आई थी. उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान पर कार्रवाई करने के लिए मनमोहन सिंह और अन्य जिम्मेदार लोगों से चर्चा की. विदेश मंत्रालय का कहना था कि हमें सीधा हमला नहीं करना चाहिए. आखिरकार सरकार ने हमला न करने का फैसला किया और उसी पर अडिग रहा.
भाजपा ने किया कटाक्ष
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पर इस इंटरव्यू की एक क्लिप शेयर की. जोशी ने एक्स पर लिखा कि देश पहले से जानता था कि दूसरे देशों के दवाब में भारत ने मुंबई हमलों को सही से हैंडल नहीं किया. अब तो तत्कालीन गृहमंत्री ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है.
After 17 years, Chidambaram, Former Home Minister admits what the nation knew — 26/11 was mishandled due to pressure from foreign powers. Too little, too late.#CongressFailedNationalSecuritypic.twitter.com/bbWWM5X5gu
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) September 29, 2025
गृहमंत्री के पद पर बने रहने पर हिचकिचा रहे थे चिदंबरम
वहीं, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिदंबरम मुंबई हमलों के बाद गृहमंत्री के पद पर बने रहने के लिए हिचकिचा रहे थे. क्योंकि वे चाहते थे कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई हो पर दूसरे लोग भारी पड़ गए.