छत्तीसगढ़ के एक एनसीसी कैंप के दौरान कुछ कैडेट्स को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया. कैडेट्स को मजबूर करने वाले आठ लोगों के ऊपर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आठ में से सात तो शिक्षक थे. घटना बिलासपुर जिले की है.
159 कैडेट्स को नमाज पढ़ने के लिए किया गया मजबूर
पीड़ित कैडेट्स गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. पुलिस ने बताया कि 26 मार्च से एक अप्रैल के बीच कैंप का आयोजन हुआ था. इस दौरान, 159 कैडेट्स को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया था. 159 में से मुस्लिम सिर्फ चार ही कैडेट्स थे. कैंप से वापस आकर छात्रों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद जांच शुरू की गई. हिंदू संगठनों ने भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. घटना 31 मार्च की है.
एसएसपी ने जांच के लिए गठित की समिति
मामले में बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने जांच के लिए सिटी पुलिस अधिक्षक (कोतवाली) अक्षय सबदरा के नेतृत्व में चार लोगों की एक समिति का गठन किया गया. एसएसपी को जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद शनिवार को केस दर्ज किया गया. आरोपियों में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षक दिलीप झा, ज्योति वर्मा, मधुलिका सिंह, प्रशांत वैष्णव, नीरज कुमारी, बसंत कुमार, सूर्यभान सिंह और टीम के कोर लीडर सह छात्र आयुष्मान चौधरी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196 (बी), 197 (1) (बी) (सी), 299, 302, 190 बीएनएस और छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है.
पुलिस अधिकारी का कहना है कि केस दर्ज कर लिया गया है. मामले में आग की कार्रवाई के लिए केस डायरी को संबंधित थाने भेज दिया गया है.