BSF ने ₹75 करोड़ से अधिक कीमत की मेथामफेटामाइन गोलियां और हेरोइन जब्त की

संयुक्त टीम ने आइज़ोल से लगभग 60 किलोमीटर दूर केइफांग और सेलिंग गाँवों के बीच, आइज़ोल-चंफाई राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-6) पर नाका चेकिंग की योजना बनाई.

संयुक्त टीम ने आइज़ोल से लगभग 60 किलोमीटर दूर केइफांग और सेलिंग गाँवों के बीच, आइज़ोल-चंफाई राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-6) पर नाका चेकिंग की योजना बनाई.

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Rahul Dabas
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BSF seizes methamphetamine pills

BSF seizes methamphetamine pills Photograph: (News Nation)

मिज़ोरम-म्यांमार सीमा क्षेत्र से नशीले पदार्थों की तस्करी पर करारा प्रहार करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) आइज़ोल और आबकारी एवं नारकोटिक्स विभाग, मिज़ोरम के साथ संयुक्त अभियान में ₹75 करोड़ से अधिक कीमत के मेथामफेटामाइन (याबा) टैबलेट और हेरोइन बरामद किए. यह कार्रवाई विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर की गई और इसे अब तक की सबसे बड़ी जब्ती में से एक माना जा रहा है.

चार वाहन रोके, आठ लोग पकड़े गए

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संयुक्त टीम ने आइज़ोल से लगभग 60 किलोमीटर दूर केइफांग और सेलिंग गाँवों के बीच, आइज़ोल-चंफाई राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-6) पर नाका चेकिंग की योजना बनाई. अभियान के दौरान चार संदिग्ध वाहनों को रोका गया और उनकी गहन तलाशी ली गई. इस कार्रवाई में कुल आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें वाहनों सहित हिरासत में ले लिया गया.

लाखों याबा गोलियां और हेरोइन बरामद

वाहनों की तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों को तीन प्लास्टिक बैग मिले, जिनमें लगभग 50 किलोग्राम वजन की संदिग्ध मेथामफेटामाइन (याबा) टैबलेट्स भरी हुई थीं. प्रत्येक बैग में पचास पैकेट थे और हर पैकेट में लगभग दस हजार गुलाबी रंग की गोलियां पाई गईं. इस तरह जब्त गोलियों की कुल संख्या लगभग 5,00,000 आंकी गई. इसके अलावा तलाशी में 36 ग्राम हेरोइन से भरे तीन साबुन के डिब्बे भी बरामद हुए. जब्त नशीले पदार्थों का अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार मूल्य ₹75 करोड़ से अधिक बताया गया है.

संवेदनशील गलियारे पर कड़ी निगरानी

अधिकारियों के मुताबिक, मिज़ोरम-म्यांमार सीमा को लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. तस्कर इस संवेदनशील गलियारे का उपयोग भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के माध्यम से नशीले पदार्थों को देश के अन्य हिस्सों तक पहुँचाने के लिए करते हैं. इस बड़े अभियान ने न केवल एक बड़े तस्करी नेटवर्क को झटका दिया है बल्कि सीमा पर सतर्कता और संयुक्त कार्रवाई की सफलता भी साबित की है.

एजेंसियों का समन्वय साबित हुआ कारगर

बीएसएफ ने बयान जारी कर कहा कि यह अभियान बीएसएफ, एनसीबी और आबकारी एवं नारकोटिक्स विभाग, मिज़ोरम के बीच तालमेल और समन्वय का परिणाम है. तीनों एजेंसियों ने खुफिया इनपुट साझा कर योजनाबद्ध तरीके से यह कार्रवाई की, जिसके चलते इतने बड़े स्तर पर मादक पदार्थों की खेप पकड़ी जा सकी.

‘ड्रग्स पर युद्ध’ के प्रति संकल्प दोहराया

बीएसएफ ने स्पष्ट किया कि नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ #ड्रग्सपरयुद्ध के तहत उनकी मुहिम और अधिक सख़्ती के साथ जारी रहेगी. संयुक्त बयान में कहा गया, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सीमा क्षेत्र में सक्रिय संगठित मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट को किसी भी कीमत पर सफल न होने दिया जाए. युवाओं को नशे के जाल से बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.”

बड़ी सफलता

यह कार्रवाई न केवल तस्करों के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और पेशेवर क्षमता का भी प्रमाण है. अधिकारियों ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में इस तरह की संयुक्त कार्रवाई और तेज़ी से की जाएगी, जिससे नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी पर निर्णायक चोट की जा सके.

BSF methamphetamine pills
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